हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,कुम अलमुकद्देसा में मदरसा ए अलवी की तरफ से हसन नसरुल्लाह की शहादत के मौके पर एक शोक संदेश जारी किया है।
शोक संदेश कुछ इस प्रकार है:
:بسم اللہ الرحمن الرحیم
قال اللہ سبحانہ و تعالٰی: وَلَا تَحْسَبَنَّ الَّذِينَ قُتِلُوا فِي سَبِيلِ اللَّهِ أَمْوَاتًا ۚ بَلْ أَحْيَاءٌ عِنْدَ رَبِّهِمْ يُرْزَقُونَ.
قال النبی(صلیاللهعلیهوآلهوسلم): فَوقُ كُلِّ ذِیبِرٍّ بِرٌّ حتّی یُقتلَ الرّجُلُ شهیداً فی سبیلِ الله
हर नेकी से बड़ी एक नेकी है, जब तक कि इंसान अल्लाह की राह में शहीद न हो जाए क्योंकि इससे बड़ी कोई नेकी नहीं है।
मुजाहिद पुरुष रहबर के आज्ञाकारी, इमामे ज़माना अ.ज. के आशिक़ और रातों को इबादत करने वाले सैयद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर दिल दुखी है, लेकिन दिल को यह सुकून है कि ज़ालिम का अंत निकट है।
हम भी अपने जान और माल की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं क़ुम मुक़द्दसा सैयद-ए-मुक़ावमत की शहादत पर इस्लामी जगत और मराजय की सेवा में गहरी संवेदना प्रकट करता है।
मदरसा इल्मिया अलवी
24 रबीउल अव्वल 1446