शनिवार 4 जनवरी 2025 - 18:55
ज़ायोनीवाद की औपनिवेशिक परियोजना संकट में; अधिकृत क्षेत्रों से रिवर्स माइग्रेशन में वृद्धि

हौज़ा /  2024 में गाजा पट्टी के खिलाफ तेल अवीव के नरसंहार युद्ध के परिणामस्वरूप, 82,000 से अधिक इजरायलियों ने कब्जे वाले क्षेत्रों को छोड़ दिया। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बड़ी संख्या में इजरायली स्थायी रूप से विदेश चले गए हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में गाजा पट्टी के खिलाफ तेल अवीव के नरसंहार युद्ध के परिणामस्वरूप 82 हजार से अधिक इजरायलियों ने अधिकृत क्षेत्रों को छोड़ दिया। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बड़ी संख्या में इजरायली स्थायी रूप से विदेश चले गए हैं।

ज़ायोनी सरकार के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, 2024 में 82,700 लोग अधिक़त क्षेत्रों से चले गए, जबकि केवल 23,800 लोग इज़राइल लौट आए। एजेंसी ने बड़े पैमाने पर पलायन का कोई विशेष कारण नहीं बताया, लेकिन पिछली इजरायली मीडिया रिपोर्टों ने पलायन को लेबनान, गाजा और यमन से मिसाइल हमलों से जोड़ा है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल की कुल जनसंख्या 10.027 मिलियन हो गई है, जिसमें 7.7 मिलियन यहूदी, 2.1 मिलियन अरब और 216,000 विदेशी शामिल हैं।

ज़ायोनी प्रवास के कारण

अधिकृत क्षेत्रों को छोड़ने वाले इजरायलियों की संख्या में वृद्धि के कई कारण हो सकते हैं:

1. सुरक्षा संबंधी चिंताएँ: गाजा में चल रहे युद्ध और अन्य संघर्षों ने इजरायलियों के बीच असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। ऑपरेशन "स्टॉर्म अल-अक्सा" ने सुरक्षा और सरकारी दक्षता के संबंध में इजरायली नागरिकों के लिए चिंताएं बढ़ा दीं, जिसके कारण कई लोगों ने प्रवास करने का फैसला किया।

2. राजनीतिक तनाव: सरकार के न्यायिक सुधारों और प्रधान मंत्री नेतन्याहू की नीतियों पर जनता की निराशा भी एक महत्वपूर्ण कारक है। धर्मनिरपेक्ष और उदारवादी वर्गों का मानना ​​है कि सरकार के कार्यों ने सामाजिक अनुबंध को नुकसान पहुंचाया है।

3. आर्थिक कारक: बेहतर नौकरियों और आर्थिक स्थिरता की तलाश में बड़ी संख्या में इजरायली विदेश जा रहे हैं। शेकेल के घटते मूल्य और राजनीतिक निर्णयों से उत्पन्न आर्थिक समस्याएं भी इस प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रही हैं।

4. सामाजिक परिवर्तन: जीवन स्तर में संभावित गिरावट और बढ़ती अनिश्चितता ने भी प्रवासन प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया है।

5. सरकार विरोधी प्रदर्शनः तेल अवीव और अन्य जगहों पर चल रहे सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों ने इज़राइल की आंतरिक समस्याओं को और उजागर किया है। नागरिक गाजा में युद्ध को समाप्त करने और हमास के कब्जे वाले इजरायली कैदियों की रिहाई के लिए बातचीत की मांग कर रहे हैं।

6. विदेश में पासपोर्ट प्राप्त करने का चलनः एक और उल्लेखनीय पहलू यह है कि संभावित राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता की स्थिति में इजरायली नागरिक विदेश में प्रवास का मार्ग सुरक्षित करने के लिए बड़ी संख्या में विदेशी पासपोर्ट प्राप्त कर रहे हैं।

ये सभी कारक इज़राइल की औपनिवेशिक परियोजना को एक बड़े संकट में डालते दिख रहे हैं, जहाँ न केवल बाहरी बल्कि आंतरिक स्तर पर भी चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं।

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