हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,इज़रायली शिक्षा मंत्री योआव किश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा हैं मैंने कैबिनेट बैठक में युद्ध-विराम समझौते के पक्ष में मतदान किया।
उन्होंने आगे लिखा इस समझौते की कीमत बहुत भारी है, लेकिन हमारे पास एक उच्च नैतिक कर्तव्य है कि हम अपने भाइयों और बहनों को उनके घरों में वापस लाएं।
इज़रायली मंत्री ने ग़ाज़ा युद्ध में इज़रायल के लक्ष्यों को हासिल न कर पाने की बात को अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकारते हुए दावा किया,चाहे जितना समय लगे हम अपने युद्ध के उद्देश्यों को नहीं छोड़ेंगे, यानी सभी भाइयों और बहनों को घर वापस लाना बंधकों को स्वदेश लाना, हमास सरकार को गिराना, और यह सुनिश्चित करना कि इज़रायल के लिए खतरा न बने।
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इस बीच, इज़रायल के विदेश मंत्री गिडोन सार ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि युद्ध शुरू होने के महीनों बाद भी, हम एक भी बंधक को जीवित छुड़ाने में सफल नहीं हो सके। सार ने कहा कि इस तथ्य ने कैबिनेट के सदस्यों पर एक बड़ी जिम्मेदारी डाल दी है। उन्होंने स्वीकार किया, हमने हमास पर शक्तिशाली प्रहार तो किए, लेकिन उसके खिलाफ अपने युद्ध के उद्देश्यों को पूरा नहीं कर सके।
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