हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , इज़राईली मीडिया के अनुसार, कब्ज़ा करने वाली इज़राइल अगले महीने ग़ाज़ा पट्टी में इज़रायली क़ैदियों के संबंध में एक समझौते पर पहुंच सकता है।
हिब्रू टीवी चैनल ने बताया कि इज़राइली अधिकारी बातचीत में सावधानी बरत रहे हैं क्योंकि किसी भी समय यह वार्ता समाप्त हो सकती है।
टीवी चैनल ने इज़राइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा कि हम पहले से कहीं अधिक इस समझौते को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सूत्रों ने यह भी कहा कि मुख्य विवाद उन क़ैदियों को लेकर है जिन्हें इस समझौते के तहत रिहा किया जाएगा।
ज़ायोनी अख़बार येदिओत अहरोनोत ने एक वरिष्ठ इज़राइली अधिकारी के हवाले से कहा कि मौजूदा बातचीत में काफी प्रगति हुई है और यह समझौता कुछ क़ैदियों की वापसी का कारण बनेगा, हालांकि सभी क़ैदियों की रिहाई संभव नहीं है।
अख़बार ने यह भी लिखा कि मोसाद और शिन बेट खुफिया सेवाओं के प्रमुखों ने इज़राइली कैबिनेट को सूचित किया है कि हमास और अन्य प्रतिरोधी गुट इस समझौते पर पहुँचने के लिए तैयार हैं।
इज़राइली रक्षा मंत्री, इज़राइल कात्ज़, ने कहा कि ग़ज़ा में क़ैदियों की रिहाई के समझौते तक पहुँचने की संभावना है।
हिब्रू चैनल 13 को दिए एक साक्षात्कार में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि ग़ाज़ा में क़ैदियों के आदान-प्रदान के समझौते में प्रगति हुई है और यह अमल में लाने के क़रीब है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इज़राइली क़ैदियों की वापसी और ग़ाज़ा में युद्धविराम को प्राथमिकता दी जा रही है हालांकि, सुलिवन ने स्पष्ट किया कि यह कहना संभव नहीं है कि आने वाले हफ्तों में ऐसा होगा लेकिन इस लक्ष्य को पाने के लिए प्रयास जारी हैं।
बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनबीसी न्यूज़ को बताया कि पिछले मई के बाद से ग़ाज़ा में युद्धविराम समझौते की संभावना पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
इसी दौरान ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी प्रतिरोधी गुटों के साथ क़ैदियों के आदान-प्रदान के समझौते की मांग करते हुए, बीते शनिवार को कब्ज़े वाले क्षेत्रों के विभिन्न शहरों में हज़ारों लोगों ने प्रदर्शन किए।
ज़ायोनी सरकार के सरकारी मीडिया के अनुसार, क़ैदियों के परिजनों समेत हज़ारों इज़राइली तेल अवीव के विभिन्न इलाक़ों में जमा हुए और क़ैदियों की रिहाई के लिए तत्काल समझौते की मांग की हैं।
इस बीच हमास के एक नेता ने कहा है कि ज़ायोनी इज़राइल जानबूझकर अपने ही क़ैदियों को बमबारी से मारना चाहता है।
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