गुरुवार 23 जनवरी 2025 - 11:35
हलाल जीविका में बरकत और वृद्धि के लिए आयतुल्लाह कश्मीरी (र) का विशेष सुझाव

हौज़ा/ आयतुल्लाह कश्मीरी (र) ने अपनी किताब "रूह-ए- रेहान" में कहा है कि अगर हम रोजाना 110 बार सूरह अदियात का पाठ करें, तो हमें हलाल और अधिक मात्रा मे जीविका मिलेगी।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार आयतुल्लाह कश्मीरी (र) ने कहा:

"अगर सूरह आदियात को रोजाना 110 बार पढ़ा जाए, तो हलाल और बहुत अधिक जीविका मिलेगी।"

[सूरह आदियात को 110 बार पढ़ने में लगभग 35 मिनट लगते हैं। इसे एक ही बार या लगातार पढ़ना जरूरी नहीं है, बल्कि दिन भर में फुर्सत के समय में धीरे-धीरे पढ़ा जा सकता है।]

हवाला:

रूह-ए-रेहान, आरिफ-ए-कामिल स्वर्गीय आयतुल्लाह सय्यद अब्दुलकरीम रिजवी कश्मीरी की सीरत, पृष्ठ 81।

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