शनिवार 15 फ़रवरी 2025 - 23:32
ट्रंप योजना के खिलाफ यमन के कई शहरों में रैली का आयोजन

हौज़ा / यमन के सभी शहरों और प्रांतों में सैयद अब्दुल मलिक अलहौसी के आह्वान पर ग़ाज़ा निवासियों के समर्थन में विशाल रौलि और प्रदर्शन हुए प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए कहा कि ग़ाज़ा के साथ एकजुटता में जबरन विस्थापन और सभी साजिशों के खिलाफ हम खड़े हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,यमन के सभी शहरों और प्रांतों में सैयद अब्दुल मलिक अलहौसी के आह्वान पर ग़ाज़ा निवासियों के समर्थन में विशाल रौलि और प्रदर्शन हुए प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए कहा कि ग़ाज़ा के साथ एकजुटता में जबरन विस्थापन और सभी साजिशों के खिलाफ हम खड़े हैं।

और चेतावनी दी कि यदि अमेरिका ग़ाज़ा के खिलाफ अपनी योजना पर अड़ा रहा तो यमन की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया होगी।

एक समाचार एजेंसी सबा ने बताया कि केवल सादा प्रांत में 35 अलग अलग प्रदर्शन हुए। सना में भी अल-सबीन स्क्वायर लोगों से भरा हुआ था यमन के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद नासिर अलअतफी ने सना में अंतिम बयान पढ़ा और कहा कि यमनी सेना ग़ाज़ा के लोगों का समर्थन करने और जबरन विस्थापन की योजनाओं का मुकाबला करने के लिए दुश्मनों के खिलाफ कड़ी सैन्य कार्रवाई करने के लिए तैयार है।

इस विशाल प्रदर्शन के अंतिम बयान में प्रतिभागियों ने इजरायल और अमेरिका को चेतावनी दी कि किसी भी जबरन विस्थापन योजना को लागू करने के गंभीर परिणाम होंगे। साथ ही फिलिस्तीन के लोगों के प्रति दृढ़ समर्थन और उनके साथ किए गए वादे को निभाने पर जोर दिया गया।

बयान में यह भी कहा गया कि फिलिस्तीनी लोग अकेले नहीं होंगे और उनका समर्थन चाहे जो भी कीमत हो जारी रहेगा। साथ ही डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया बयानों को अभद्र बताया गया और कहा गया कि ऐसे रुख केवल यमन के लोगों के संकल्प को और मजबूत करेंगे।

प्रदर्शनकारियों ने अरब देशों विशेष रूप से फिलिस्तीन के पड़ोसियों को चेतावनी दी कि फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन की योजना ग्रेटर इजरायल प्रोजेक्ट का हिस्सा है जो अंततः उन्हें भी निशाना बनाएगा। बयान में जोर देकर कहा गया कि इस योजना को खारिज करने से देशों को खतरनाक परिणामों से बचाया जा सकता है लेकिन इसके साथ जुड़ने का मतलब होगा एक अभूतपूर्व अपराध में भागीदारी।

यमन के सुप्रीम पॉलिटिकल काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद अली अलहौती जो सादा शहर में मौजूद थे ने फिलिस्तीन के प्रति यमन के समर्थन पर जोर दिया और कहा कि यदि ट्रंप ने गाजा के लोगों को विस्थापित करने की अपनी योजना को अंजाम दिया तो अमेरिका को यमन की ओर से कुछ ऐसा देखने को मिलेगा जो उसने पहले कभी अनुभव नहीं किया।

उन्होंने यह भी कहा कि यमन के सैन्य शस्त्रागार ने अपनी ताकत वापस पा ली है और कमांड का इंतजार कर रहे हैं। अलहौसी ने कहा कि मिसाइलों विमानों और उन सभी हथियारों का, जो ट्रंप ने अवैध रूप से कब्जाए गए शासन को दिए हैं, गाजा के लोगों को विस्थापित करने में कोई फायदा नहीं होगा।

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