हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, हमास ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पूरी दुनिया को यह समझ लेना चाहिए कि फिलिस्तीनी लोगों की पुनर्वास योजना केवल यरुशलम की ओर होगी। युद्धविराम समझौते के तहत, हमास ने तीन और इसरायली बंदियों को रिहा किया और इसके बदले इसराइल ने ३६९ फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा किया।
हमास ने इस बात पर जोर दिया कि ग़ज़्ज़ा में बंद इस्राईली बंदियों की रिहाई केवल वार्ता और युद्धविराम समझौते के तहत ही हो सकती है और उनका मानना है कि फिलिस्तीनी लोगों की पुनर्वास योजना केवल यरुशलम की ओर होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यरुशलम, मस्जिद अल-अक्सा और वहाँ की बड़ी भीड़ की तस्वीरें इस्राईली और उनके सहयोगियों के लिए एक नया संदेश हैं।
हमास ने यह भी कहा कि यह कदम उनके संघर्ष, एकता और प्रतिरोध की शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने पूरी दुनिया से कहा कि फिलिस्तीनी लोग यरुशलम की ओर ही पलायन करेंगे, कहीं और नहीं।
हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग़ज़्ज़ा पर कब्जा करने और फिलिस्तीनियों को पड़ोसी देशों में बसाने की बात की थी, जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विरोध का सामना करना पड़ा।
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