सोमवार 17 मार्च 2025 - 14:44
इमाम हसन (अ) ने अख़्लाक़ के ज़रिए दुश्मन को दोस्त बनाने का तरीक़ा बतायाः डॉक्टर शहवार हुसैन नक़वी

हौज़ा / मुरादाबाद, भारत सब्त-ए-अकबर इमाम हसन मुज्तबा अ.स.की पवित्र जन्मतिथि के अवसर पर शिया जामा मस्जिद मिर्ज़ा कुली ख़ान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मोमिनीन ने भाग लिया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मुरादाबाद भारत में इमाम हसन मुज्तबा अ.स.की पवित्र जन्मतिथि के मौके पर शिया जामा मस्जिद मिर्ज़ा कुली ख़ान में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में मोमिनीन शामिल हुए। 

समारोह में खिताब करते हुए शोधकर्ता डॉक्टर शहवार हुसैन अमरोहवी ने कहा कि इमाम हसन मुज्तबा अ.स. पैग़म्बर-ए-इस्लाम स.अ.व.के अख़्लाक़ (नैतिकता) का आईना थे।

एक बार जब एक शामी ने उनके सामने आकर उनके बारे में अशोभनीय बातें कहीं, तो अगर इमाम चाहते तो उसे उसी की भाषा में जवाब दे सकते थे, लेकिन इससे उसके दिल में इमाम की मोहब्बत नहीं आ सकती थी।

इमाम ने अपने अच्छे अख़्लाक़ का ऐसा करिश्मा दिखाया कि दुश्मन दोस्त बनने पर मजबूर हो गया। जो व्यक्ति इमाम का जानी दुश्मन था, वह अपनी गलती पर पछताते हुए इमाम का सच्चा चाहने वाला बन गया।

इमाम ने अपने कर्म से साबित कर दिया कि इंसान को दुश्मन बनाना कोई बड़ी बात नहीं है, बल्कि दुश्मन को दोस्त बनाना ही असली कमाल है हमें इमाम की सीरत पर चलते हुए प्यार मोहब्बत और अच्छे अख़्लाक़ का प्रदर्शन करना चाहिए ताकि हमारे दोस्तों की संख्या बढ़े न कि दुश्मनों की। 

इस खुशी के मौके पर शहर के विभिन्न स्थानों पर समारोह और मिलाद की महफिलें आयोजित की गईं, जिनमें बड़ी संख्या में मोमिनीन ने भाग लिया।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha