हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअत्ती ने काहिरा में फिलिस्तीनी संगठन फतह के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान वैश्विक समुदाय की चुप्पी के खतरनाक परिणामों के प्रति बताया है।
मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअत्ती ने काहिरा में फिलिस्तीनी संगठन फतह के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान वैश्विक समुदाय की चुप्पी के खतरनाक परिणामों के प्रति बताया है।
उन्होंने कहा कि इजरायल द्वारा गाजा पट्टी को वेस्ट बैंक से अलग करने की कोशिशें अस्वीकार्य हैं और यह कदम गाजा की सुरक्षा तथा क्षेत्र में स्थायी शांति की संभावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा ।
मिस्र ने फिलिस्तीनी प्राधिकरण का समर्थन दोहराया और जबरन विस्थापन के खिलाफ अपनी सख्त रुख की पुष्टि की। विदेश मंत्री ने चेतावनी दी कि वैश्विक चुप्पी फिलिस्तीनी लोगों के लिए और अधिक खतरे पैदा करेगी ।
गाजा की 51% आबादी बच्चों की है, जो इजरायली बमबारी के प्रमुख शिकार हैं मिस्र ने राफाह क्रॉसिंग के माध्यम से मानवीय सहायता प्रदान करने में प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं, जबकि इजरायल ने मिस्र के साथ शांति समझौते का उल्लंघन करते हुए इस क्षेत्र पर सैन्य नियंत्रण कर लिया है ।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की कमी,संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाओं की निष्क्रियता ने इजरायली कार्रवाइयों को बढ़ावा दिया है। मिस्र ने इस ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह चुप्पी संघर्ष को और गहरा बना रही है ।
इजरायल के कार्यों ने पूरे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है। मिस्र ने चेतावनी दी कि यह स्थिति दीर्घकालिक शांति के लिए खतरा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए ।
मिस्र की चेतावनी इस बात की ओर इशारा करती है कि फिलिस्तीन संकट पर वैश्विक चुप्पी न केवल मानवीय पीड़ा को बढ़ाएगी बल्कि पूरे क्षेत्र में अस्थिरता भी फैलाएगी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल इस मुद्दे पर सक्रिय भूमिका निभाने की आवश्यकता है ।
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