शुक्रवार 11 अप्रैल 2025 - 14:04
प्रतिरोध का शनिवार ईरानी राष्ट्र की जागरूकता का दिन है

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम बसीरती ने कहा, प्रतिरोध का शनिवार, ईरानी राष्ट्र की जागरूकता का दिन है यह वह शनिवार है जो हमें याद दिलाता है कि वार्ता एक उपकरण हो सकती है, लेकिन मुक्ति का मार्ग नहीं। सच्ची जीत का एकमात्र रास्ता प्रतिरोध है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,हुज्जतुल इस्लाम मेंहदी बसीरती ने कहा,एक और शनिवार आने वाला है, लेकिन कुछ लोग इसे वार्ता की मेज़ से जोड़ रहे हैं और उन लोगों से बातचीत के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिनका ईरानी राष्ट्र के साथ दुश्मनी का रिकॉर्ड स्पष्ट है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि वार्ता को एक राजनीतिक रणनीति के रूप में लेने में हमें कोई समस्या नहीं है, बशर्ते यह राष्ट्रीय गौरव और हितों की रक्षा करते हुए हो। यह बुद्धिमान कूटनीति का हिस्सा हो सकती है।लेकिन उन्होंने चेतावनी दी,हमारा अनुभव बताता है कि अमेरिका के साथ नजदीकी न केवल समस्याओं का समाधान नहीं करती, बल्कि नुकसान और पीछे हटने के अलावा कुछ नहीं देती।

उन्होंने जोर देकर कहा,अमेरिका वही देश है जिसने सरकारों की अत्यधिक आशावादिता के दौरान हस्ताक्षरित समझौतों को तोड़ दिया और न केवल व्यवस्था, बल्कि आम लोगों के खिलाफ अधिकतम दबाव की नीति अपनाई।ऐसे दुश्मन के सामने सचेत और सक्रिय प्रतिरोध के अलावा कोई विकल्प नहीं है। 

ईरान का इतिहास दर्शाता है कि जहां हमने प्रतिरोध किया, वहां हम आगे बढ़े; और जहां हमने दुश्मन की मुस्कान पर भरोसा किया, वहां पीछे हटे।प्रतिरोध का शनिवार हमें यह याद दिलाने का दिन है कि वार्ता एक उपकरण हो सकती है, लेकिन मुक्ति का मार्ग नहीं। असली जीत केवल प्रतिरोध से ही संभव है।

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