रविवार 13 अप्रैल 2025 - 22:48
डॉ. सय्यद एलिया ज़ंगीपुरी ने अपने रब की आवाज़ पर लब्बैक कहते हुए दुनिया को अलविदा कहा

हौज़ा / मरहूम ज़ंगीपुर, जिला गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के एक प्रसिद्ध परिवार से थे। वह सरकार अल्लामा सय्यद मुहम्मद युशा फैजी के पुत्र और अल्लामा कै़स ज़ंगीपुरी के पोते थे। और मौलाना सय्यद मुहम्मद फ़ारक़लिता हुसैनी के छोटे भाई थे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. सय्यद एलिया ज़ंगीपुरी का कुछ दिनों पहले कैंसर जैसी घातक बीमारी के कारण निधन हो गया। उनके निधन से न केवल एक कुशल चिकित्सक, बल्कि त्याग, प्रेम, सेवा और नैतिकता की एक प्रतिमूर्ति भी इस दुनिया से चली गई।

मरहूम ज़ंगीपुर, जिला गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के एक प्रसिद्ध परिवार से थे। वह सरकार अल्लामा सय्यद मुहम्मद युशा फैजी के पुत्र और अल्लामा कै़स ज़ंगीपुरी के पोते थे। और मौलाना सय्यद मुहम्मद फारक़लिता हुसैनी के छोटे भाई थे।

डॉ. सय्यद एलिया बैंगलोर में अपनी धार्मिक, सामाजिक और चिकित्सा सेवाओं के लिए जाने जाते थे। उनके व्यक्तित्व का सबसे प्रमुख पहलू मानवता के प्रति उनकी सेवा, सौम्यता, विनम्रता और हर उत्पीड़ित और जरूरतमंद व्यक्ति के लिए मौजूद रहना था। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों की बड़ी संख्या और हर भाषा में उनकी सेवाओं का उल्लेख इस बात का प्रमाण है कि वह वास्तव में दिलों पर राज करने वाले व्यक्ति थे।

उनके भाई मौलाना सय्यद फ़ारक़लिता हुसैनी साहब क़िबला ने भावुक स्वर में कहा: "वे मेरे छोटे भाई ज़रूर थे, लेकिन अपनी बुद्धिमत्ता, मामलों की समझ और धैर्य और सहनशीलता में वे पूरे परिवार में बेमिसाल थे। कई बार उम्र में बड़े होने के बावजूद वे हमें चीज़ें समझाते और मुश्किलों से बचाते थे। वे हमारे परिवार की मज़बूत हाथ थे, जिनकी कमी अब बहुत खलेगी।"

इस अवसर पर मदरसा इमाम जाफर सादिक (अ) जौनपुर के प्रधानाचार्य मौलाना सय्यद सफ़दर हुसैन जै़दी ने भी मरहूम के निधन पर गहरा दुख एवं शोक व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की और कहा:

"डॉ. एलिया ज़ंगीपुरी न केवल एक विशेषज्ञ चिकित्सक थे, बल्कि वे मानवता के सच्चे सेवक और ज्ञान और नैतिकता के दर्पण थे, जिनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।"

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