शनिवार 7 जून 2025 - 21:05
दमिश्क में आयतुल्लाहिल उज़मा सिस्तानी के कार्यालय पर हमला करने वालों को वास्तविक सजा दी जाए

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन सैयद सदरुद्दीन क़बानची जो नजफ अशरफ में जुमा के प्रमुख प्रवचनकर्ता हैं,उन्होने दमिश्क में आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली सिस्तानी के प्रतिनिधि कार्यालय पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है उन्होंने इस घटना को शिया मुस्लिम समुदाय के प्रतिष्ठित धार्मिक नेतृत्व पर हमला बताया और मांग की दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,नजफ अशरफ के इमाम जुमआ हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन सैयद सदरुद्दीन कबानची ने कहा कि दमिश्क में आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी के कार्यालय पर हमला करने वालों को उचित सजा दी जाए। 

उन्होंने कहा, हज़रत आयतुल्लाह अल-उज़्मा सिस्तानी शिया और मुसलमानों के लिए एक प्रमुख धार्मिक हस्ती हैं दमिश्क में उनके कार्यालय पर हमला हमारी सबसे प्रतिष्ठित शख्सियत पर हमले के बराबर है।

इमाम जुमआ ने हुसैनिया आज़म फातिमिया नजफ अशरफ में जुमा के खुतबे के दौरान कहा, यह आतंकवादी समूह द्वारा किया गया हमला हमारे प्रमुख धार्मिक नेताओं में से एक पर हमला है, और हम इस निंदनीय कार्य को बर्दाश्त नहीं कर सकते हम उम्मीद करते हैं कि इन तत्वों को सख्त सजा दी जाए और उनकी जाँच की जाए। केवल माफी पर्याप्त नहीं है।

इसके अलावा उन्होंने इमाम ख़ुमैनी की 36वीं पुण्यतिथि पर कहा,इमाम ख़ुमैनी ने राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से दुनिया के नक्शे को बदल दिया। उस समय दुनिया दो ध्रुवों में बंटी हुई थी एक अमेरिकी-पश्चिमी गुट और दूसरा सोवियत संघ का पूर्वी गुट इमाम ख़ुमैनी ने दुनिया के राजनीतिक और सभ्यतागत नक्शे को बदल दिया।

उन्होंने आगे कहा,जब समाजवादी व्यवस्था और पूर्वी गुट का पतन हुआ, तो पूंजीवादी व्यवस्था दुनिया की एकमात्र प्रमुख व्यवस्था बन गई यही वह समय था जब इमाम ख़ुमैनी की भूमिका सामने आई, क्योंकि उन्होंने दुनिया के राजनीतिक और सांस्कृतिक नक्शे को बदलकर आज की दुनिया को दो ध्रुवों में विभाजित कर दिया एक धर्मनिरपेक्ष और गैर-धार्मिक ध्रुव, और दूसरा धार्मिक ध्रुव हैं।

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