आयतुल्लाहिल उजमा सीसतानी (165)
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धार्मिकशरई अहकाम | क्या अक़द ए उख़ूव्वत पढ़ने से सगे भाई का रिश्ता स्थापित होता है?
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद सीस्तानी से एक धार्मिक प्रश्न पूछा गया कि क्या अक्द-ए-उख़ुव्वत (भाईचारे का अनुबंध) पढ़ने से सगे भाई का रिश्ता स्थापित होता है।
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धार्मिकशरई अहकाम | फिल्मों या नाटकों में महिलाओं को बिना हिजाब के देखना
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सीस्तानी से पूछे गए सवाल: ऐसे टेलीविजन कार्यक्रमों को देखने या प्रसारित करने का क्या हुक्म है जिनमें महिलाओं को बिना हिजाब के दिखाया जाता है? जवाब में उन्होंने कहा:…
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धार्मिकशरई अहकाम | कॉस्मेटिक सर्जरी का हुक्म
हौज़ा/शिया मरजा तकलीद आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने "कॉस्मेटिक सर्जरी" से संबंधित एक याचिका पर प्रतिक्रिया दी है।
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धार्मिकशरई अहकाम । महरम के साथ चैटिंग करना
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह सय्यद अली सिस्तानी ने "महरम के साथ चैटिंग करने" के बारे में एक प्रश्न का उत्तर दिया है।
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शरई अहकामः
धार्मिकना महरम से हाथ मिलाने का हुक्म
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने "ना-महरम लोगों से हाथ मिलाने के हुक्म" के बारे में एक सवाल का जवाब दिया है।
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शरई अहकामः
धार्मिकक़ुरआन की आयतों या असमा ए मुबारेका वाली अंगूठी के साथ हमाम या शौचालय में जाने का हुक्म
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने "क़ुरआन की आयतों या असमा ए मुबारेका वाली अंगूठी के साथ हमाम या शौचालय में जाने" के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
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शरई अहकामः
धार्मिकएक ही शहर में दो जुमा की नमाज क़ायम करना!
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी ने "एक ही शहर में दो जुमा की नमाज़ क़ायम करने" मे संबंध मे पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
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शरई अहकाम:
धार्मिकनमाज़ ए जमाअत को अहमियत न देना और उसमें हाज़िर न होना!
हौज़ा / नमाज़ ए जमाअत को अहमियत न देने और उसमें हाज़िर न होने के बारे में आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली हुसैनी सीस्तानी से इस्तिफ़ता।
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शरई अहकाम:
धार्मिकवाजिब और मुस्तहब नमाज़ों में तजवीद के क़वायद
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी के मुताबिक वाजिब (फर्ज़) और मुस्तहब (नफ्ल) नमाज़ों में तजवीद के नियमों का पालन करने का हुक्म।
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ईरानइज़राईल द्वारा आयतुल्लाह सिस्तानी के अपमान के खिलाफ जामेआ ए मुदर्रेसीन ने कड़ी निंदा की
हौज़ा / जामिया ए मुदर्रिसीन हौज़ा ए इल्मिया क़ुम ने इज़राईली सरकार के चैनल 14 द्वारा आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी कि हत्या के लक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किए जाने की कड़ी निंदा की है इस कार्रवाई…
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दुनियाआयतुल्लाह सैय्यद हसन मुर्तज़वी की पत्नी के निधन पर हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली सिस्तानी का शोक संदेश
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली सिस्तानी ने आयतुल्लाह सैय्यद हसन मुर्तज़वी की पत्नी के निधन पर एक शोक संदेश जारी किया है।
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ताजा समाचार(آخرین اخبار)आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली सिस्तानी ने ओमान में होने वाले आतंकी हमले की सख्त शब्दों में निंदा की है
हौज़ा / शिया मरजय तकलीद हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने ओमान में होने वाले आतंकी हमले की सख्त शब्दों में निंदा की हैं।
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ईरानआयतुल्लाहिल उज़मा सिस्तानी के प्रतिनिधि ने अपना वोट डाला
हौज़ा / आयतुल्लाहिल सिस्तानी के प्रतिनिधि ने ईरान के 14वें राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लिया और अपना वोट डाला।
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शरई अहकाम:
धार्मिकअगर मछली को पानी में बेहोश करने के बाद उसका शिकार किया जाए तो क्या हुक्म हैं?
हौज़ा / अगर जिंदा शिकार किया गया है अगर चे बेहोश ही क्यों ना हो कोई हर्ज नहीं हैं।
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शरई अहकाम:
धार्मिकक्या उन बाजारों या कंपनियों से रोज़मर्रा की वस्तुएं खरीदना जायज़ है जो अपने मुनाफे का एक हिस्सा इज़राइल का समर्थन करने के लिए मख्सूस करते हैं?
हौज़ा / इजरायली वास्तुओं और ऐसी कंपनियों की बनी हुई चीज़ों को जो यकीनी तौर पर जो इजरायल की मदद करती हो उनके साथ मामला करना जायज़ नहीं हैं।
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धार्मिकअगर यह मालूम हो जाए की मरने वाले पर हज वाजिद था और यह पता ना चले कि उसने अंजाम दिया था या नहीं तो क्या हुक्म हैं?
हौज़ा / ऐसी सूरत में कज़ा करना वाजिब है और इसके तमाम खर्च असल माल से लिए जाएंगें।
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शरई अहकाम:
धार्मिकजब किसी पर हज वाजिब हो और वह इसे अंजाम देने में सस्ती और ताखिर से काम ले यहां तक की इसकी इस्तेताअत खत्म हो जाए तो क्या हुक्म है?
हौज़ा / उस सूरत में जिस तरह से भी मुमकिन हो,हज को आदा करना वाजिब हैं, चाहे मशक्कत और ज़हमत बर्दाश्त करना पड़े, अगर हज से पहले मर जाए तो वाजिब है कि उसके बाचे माल से हज कि कज़ा करें। और अगर कोई…
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शरई अहकाम:
धार्मिकदूसरे को कोई बात समझने के लिए नमाज़ का कोई ज़िक्र पढ़ना
हौज़ा / अगर नमाज़ के किसी हिस्से की अदायगी में कस्द कुर्बत ना रखें जबकी रिया की नीयत भी न रखता हो तो क्या नमाज सही है? जैसे किसी दूसरे को कोई बात समझने के लिए रुकू के ज़िक्र को ऊंची आवाज़ में…
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शरई अहकाम:
धार्मिकनौबत (बारी) का ख्याल ना रखना?
हौज़ा / क्या रोटी लेने या डॉक्टर को दिखाने जैसे की लाइन में नौबत या बारी और दूसरे की नौवत का ख्याल ना रखना हराम हैं।
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धार्मिकगीले कपड़े से गुस्ल करना
हौज़ा / क्या गीले रुमाल (कपड़े) या स्फंज से गुस्ल किया जा सकता हैं?
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शरई अहकाम:
धार्मिकफोटो वाले कपड़ों में नमाज़ पढ़ना
हौज़ा / क्या ऐसे कपड़ों में नमाज़ पढ़ी जा सकती है कि जिन पर इंसान या हैवान की फोटो (तस्वीर) बनी हुई हो लेकिन वह किसी दूसरे लिबास के नीचे छुपी हुई हो?
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शरई अहकाम:
धार्मिककिसी मर्द का ना महरम औरत की पेंटिंग बनाने का क्या हुक्म हैं?
हौज़ा / अस्ल पेंटिंग बनाने में कोई इश्काल नहीं है,लेकिन बे हिजाब औरत के फोटो की तरफ निगाह करना जिसको पहचानता हो अगर उसकी तौहीन का सबब न हो तब भी एहतियाते वाजिब की बिना पर जायज़ नहीं हैं।
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शरई अहकाम:
धार्मिकमुस्तहब नमाजों को बुलंद आवाज़ से पढ़े या आहिस्ता?
हौज़ा / कोई फर्क नहीं है चाहे आहिस्ता पढ़े या बुलंद आवाज़ से
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दुनियाआयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने शेख़ अब्दुल मेंहदी कर्बलाई की सेवाओं की सराहना की
हौज़ा / हरम ए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के खादिम इस्लाम हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन शेख़ अब्दुल मेंहदी कर्बलाई ने हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी से मुलाकात की।
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शरई अहकाम:
धार्मिकअगर पत्नी को ज़बानी झगड़े के नतीजे में बाप के घर भेज दिया जाए तो क्या उस सूरत में उसका और बच्चों का नफ्क़ा देना शौहर (पति) पर वाजिब है?
हौज़ा / उस सूरत में बीवी का नफ्क़ा वाजिब नहीं हैं, जब तक की बीवी का शौहर की नाफरमानी करना शरियत में जायज़ ना हो, लेकिन बच्चे के खर्च पिता को अदा करना होगा।
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शरई अहकाम:
धार्मिकइलाज का खर्च और दवा और अस्पताल का खर्च बीवी के नफ्क़ा का हिस्सा है या नहीं?
हौज़ा / डॉक्टर, दवाएँ और(चिकित्सा) इलाज के तमाम खर्च इस लाज़मी नफ़्के का हिस्सा है जो पति को अदा करना होगा
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ताजा समाचार(آخرین اخبار)ईरान के राष्ट्रपति की शहादत पर आयतुल्लाह सिस्तानी का शोक संदेश
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़मा सिस्तानी ने ईरान के राष्ट्रपति आयतुल्लाह सय्यद इब्राहीम रईसी की शहादत पर दुख व्यक्त करते हुए शोक संदेश जारी किया हैं।
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दिन की हदीस:
धार्मिकजो मुसलमान औरत अपने हिजाब की पूरी पाबंदी नहीं करती उसकी तरफ देखने और बात करने का क्या हुक्म हैं?
हौज़ा / अगर निगाहें शहवत अंग्रेज़ हो या हराम में पड़ जाने का अंदेशा(डर)हो तो जायज़ नहीं है।
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शरई अहकाम:
धार्मिकअगर सुन्नी मर्द शिया औरत को अपने मज़हब के मुताबिक तिलाक दे तो क्या कोई शिया उसके साथ शादी कर सकता है?
हौज़ा / अगर उसने अपने मज़हब के मुताबिक सही तिलाक दिया है तो इद्दत पूरी होने के बाद कर सकता हैं।
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शरई अहकाम:
धार्मिकक्या एक इमाम ए जमाअत दो मर्तबा (दो गिरोहों के लोगों) नमाज़ ए आयात के लिए इमामत कर सकता है?
हौज़ा / एहतयाते वाजिब की बिना पर नहीं कर सकता हैं।