हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईद ए ग़दीर के अवसर पर मदरसा अली मुर्तज़ा मुफ़्ती महल्ला शहर जौनपुर मे एक भव्य जशन "जशन ए ईद ए अकबर" का आयोजन हुआ, जिसमे सबसे पहले जनाब डॉ सय्यद क़मर अब्बास ने अपने संबोधन के दौरान मिदहत ए अहले बैत की फ़ज़ीलत और महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कर्बला के संदेश को प्रकाशित और प्रसारित करने मे मिदहत ए आले मुहम्मद (अ) की अहम भूमिका रही है और मद्दाहान ए अहले बैत (अ) और आइम्मा ए मासूमीन (अ) ने न केवल सम्मान किया है बल्कि उन्हे मूल्यवान इनाम से भी नवाज़ा है, क्योकि कवि का एक शेर इंसान को सुधारने मे जो भूमिका अदा करता है शायद वह किसी माध्यम से संभव नही है।
उसके बाद जनाब वहदत जौनपुरी, जनाब हिजाब महदी इमामपूरी, जनाब कैफ़ी मुहम्मदाबादी, जनाब तालिब सुलतानपूरी आदि ने मौला अली (अ) की मदह मे अपने मंज़ूम कलाम से सामेई को महज़ूज और मुस्तफ़ीज़ किया।
इस अवसर पर शायर ए अहले बैत जनाब इफ़्तिखार हुसैन राहिब जौनपुरी को फ़ख्र ए क़ौम जनाब डॉ कमर अब्बास के हाथो से शायर ए विलायत एवार्ड दिया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या मे विद्वान और मोमेनीन ने अपनी भागीदारी से महफिल को रौशन बखशी, जिनमे मौलाना मुहम्मद रज़ा साहब, मौलाना हसन जाफ़र साहब, मौलाना असग़र साहब, मौलाना ज़ीशान साहब, मौलाना तालिब कुम्मी साहब आदि के नाम उल्लेखनीय है।
प्रोग्राम के निदेशक जनाब अब्बास काज़मी साहब और जनाब मुहम्मद हैदर साहब ने अपने कर्तव्यो को भलि भांती निभाया।
अंत मे जनाब मौलाना वसी अहमद मदरसा अली मुर्तज़ा के प्रबंधक ने शौअरा, विद्वानो और मोमेनीन को धन्यवाद कहा।
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