हौजा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, असमोली विकास खंड की ग्राम पंचायत बुकनाला सादात में "बज़्मे क़मर बुकनाला सादात" की १२ वीं तरही नशिस्त बउन्वाने "जश्ने अक़्दे अली-ओ फ़ातिमा" का आयोजन रिटायर्ड फारेस्ट आफ़िसर जनाब मुहम्मद मोहसिन नक़वी साहब के दरे दौलत पर किया गया
इस नशिस्त में बज़्म के शोअरा ने शाइरे अहलेबैत जनाब नईम बाक़री बुकनालवी द्वारा दिए गए मिसरए तरह
"अली को चुन लिया ख़ालिक़ ने फ़ातिमा के लिये"
पर अपने अपने मतरूहा कलाम पेश किये
नशिस्त का आग़ाज़ हस्बे दस्तूरे साबिक़ शाइरे आले मोहम्मद और अन्जुमन-ए पन्जेतनी के नौहाख़्वान जनाब "सरकार बुकनालवी" ने तिलावते क़ुरआन-ए मजीद से किया और उसके बाद नाते सरवरे कायनात शाइरे अहलेबैत जनाब "शादान बुकनालवी" ने पेश की
तरही कलामों के सिलसिले का आग़ाज़ करते हुए बुकनाला सादात के उभरते हुए नौजवान शायर और साहिबे ख़ाना जनाब मु० मोहसिन नक़वी साहब के फ़रज़न्द-ए अरजुमन्द जनाब "दानिश बुकनालवी" ने कहा
ये लाज़मी है फ़क़त बावफ़ा उठायें इसे
नहीं ये परचमे अब्बास बेवफ़ा के लिये
उसके बाद बज़्मे क़मर बुकनाला सादात के एक और नौजवां शायर, जवांफ़िक्र शायर जनाब "शादाब बुकनालवी". ने अपना मतरूहा कलाम पेश करते हुए कुछ यूं फ़रमाया
हमें यक़ीन है जन्नत का रास्ता है ये ही
युंही तो मरते हैं हम लोग कर्बला के लिये
अन्जुमन-ए पन्जेतनी के साहिबे बयाज़ और शायरे अहलेबैत जनाब "सरकार बुकनालवी" ने कहा
हिलाया क़स्रे यज़ीदी को अपने ख़ुत्बों से
उठाये हाथ न ज़ैनब ने बददुआ के लिये
माहिर -ए इल्म-ए अरुज़ शायरे अहलेबैत जनाब परवेज़ हैदर नक़वी "शादान बुकनालवी" ने अपना तरही कलाम पेश करते हुए कुछ इस तरह फ़रमाया
ख़ुदा का शुक्र बजा लाये उस घड़ी ज़ौजैन
नबी ने बोसे जबीं के जो मुस्कुरा के लिये
निहायत ही मुशफ़िक़-ओ मुख़लिस इंसान, मशहूर-ओ मारूफ़ शायरे अहलेबैत और साहिबे बज़्म जनाब "क़मर बुकनालवी" ने मतरुहा कलाम पेश करते हुए फ़रमाया
वफ़ा का सेहरा हैं बांधे हुये अली सर पर
बरात लाये हैं शहज़ादिये हया के लिये
साहिबे मिसरा, शायरे अहलेबैत जनाब "नईम बाक़री बुकनालवी" ने तरही कलाम पेश करते हुए कुछ यूं कहा
दरे अली पे ये ज़ोहरा ने कह दिया आ कर
"अली को चुन लिया ख़ालिक़ ने फ़ातिमा के लिये"
निज़ामत के फ़राइज़ जनाब "शादान बुकनालवी और जनाब "क़मर बुकनालवी" साहब ने अंजाम दिये
आख़ीर में आली जनाब मौलाना सैयद शाने हैदर बाक़री साहब ने मुल्क और क़ौम की तरक़्क़ी के लिए दुआ की,नज़्रे मासूमीन अ०स० का इन्तज़ाम साहिबे ख़ाना ने किया मरहूमीन मोमेनीन-ओ मोमेनात के ईसाले सवाब के लिए फातेहा पढ़ी गई जनाब मोहम्मद मोहसिन नक़वी साहब ने नशिस्त में शिरकत करने वाले मोमेनीन का शुक्रिया अदा किया
नशिस्त में जनाब मुख़्तार हुसैन नक़वी, डा० यामीन हैदर बाक़री,रईसुल हसन नक़वी,इशरत हुसैन नक़वी,राहत अब्बास नकवी, राजा बुकनालवी, मु० इरशाद नक़वी, फ़िज़ा हैदर नक़वी, खुर्शीद आलम नक़वी, मु० बिलाल बाक़री, यावर अब्बास नक़वी,अख़तर अब्बास बाक़री, अब्बास रज़ा नक़वी, सिकन्दर हुसैन नक़वी,शानू नक़वी आदि ने शिरकत फ़रमाई ।
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