शनिवार 5 जुलाई 2025 - 14:24
मेंहदवी समाज की स्थापना के लिए कार्यवाही अनिवार्य हैं। मोहतरमा महज़बीन

हौज़ा / मोहतरमा महजबीन ने इमाम ज़माना अजलल्लाहु तआला फरजह मस्जिद, मोहल्ला अचगाम बडगाम में आयोजित मजलिस-ए अज़ा के दौरान अपने संबोधन में कहा कि मेंहदवी समाज की स्थापना के लिए कार्यवाही करना अत्यावश्यक है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मोहतरमा महजबीन ने इमाम ज़माना अजलल्लाहु तआला फरजह मस्जिद, मोहल्ला अचगाम बडगाम में आयोजित मजलिस-ए अज़ा के दौरान अपने संबोधन में कहा कि मेंहदवी समाज की स्थापना के लिए कार्यवाही करना अत्यावश्यक है। 

उन्होंने सूरतुन निसा (4:59) की आयत यह ईमान वालो! अल्लाह की आज्ञा मानो, रसूल की आज्ञा मानो और अपने अधिकारियों (उली-अल-अम्र) की भी को अपने संबोधन का मुख्य आधार बनाते हुए कहा कि यह आयत विलायत (धार्मिक नेतृत्व) के विषय पर एक स्पष्ट प्रमाण है। इसलिए हमें विलायत के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। 

मोहतरमा महजबीन ने विलायत के महत्वपूर्ण पहलुओं, जैसे अल्लाह की विलायत, रसूलुल्लाह (स.अ.व.) की विलायत और उली-अल-अम्र की विलायत पर विस्तार से प्रकाश डाला। 

उन्होंने ग़ैबत इमाम मेंहदी की अनुपस्थिति के समय में वली-ए फकीह की आज्ञापालन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि मेंहदवी समाज की स्थापना के लिए व्यावहारिक प्रयास करना अनिवार्य है।

अंत में, उन्होंने कर्बला के 13 वर्षीय युवा शहीद हज़रत कासिम इब्ने हसन अ.स.के दुखद संघर्ष का वर्णन किया। इस अवसर पर ज़ाकिरात (वक्ताओं) ने नौहा भी पढ़े।

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