मंगलवार 8 जुलाई 2025 - 21:04
उलेमा ए इकराम नैतिकता और ईमान के ध्वजवाहक बनकर जनता की सेवा में मसरूफ हैं

हौज़ा / गुलिस्तान धार्मिक शिक्षा संस्थान के प्रमुख ने धार्मिक प्रचार की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी की ओर इशारा करते हुए कहा,प्रचारकों को चाहिए कि वे जनता की सांस्कृतिक और सामाजिक परिस्थितियों को सही ढंग से समझते हुए, शिष्टता और सम्मान के साथ समाज में अच्छाई को फैलाएं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , गुलिस्तान धार्मिक शिक्षा संस्थान के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद रज़ा इब्राहीमी फ़र ने शहर गुरगान में हौज़ा न्यूज़ के प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए कहा,हौज़ात एल्मिया वैज्ञानिक, नैतिक और शैक्षिक केंद्रों के रूप में इस्लामी समाज को दो महत्वपूर्ण स्तरों पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं एक आंतरिक स्तर पर और दूसरा बाहरी स्तर पर।

उन्होंने कहा,आंतरिक सेवाओं में शैक्षिक, शोध और प्रशिक्षण गतिविधियाँ शामिल हैं, जो सीधे छात्रों (तालिबे इल्म) के प्रशिक्षण से जुड़ी हैं, जबकि बाहरी सेवाओं में सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य इस्लामी शिक्षाओं का प्रचार, व्याख्या और प्रसार है, जो सामान्य स्तर पर जनता के लिए किया जाता है। 

गुलिस्तान धार्मिक शिक्षा संस्थान के प्रमुख ने कहा,आज उलेमा और धार्मिक नेताओं की सेवा का एक उल्लेखनीय उदाहरण यह है कि छात्र जिहाद, संस्कृति, विकास और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में अग्रणी हैं और वे इन क्षेत्रों में नैतिकता और ईमान के ध्वजवाहक बनकर जनता की सेवा कर रहे हैं। 

उन्होंने अच्छे आचरण और जनता के साथ प्रभावी संवाद के महत्व पर जोर देते हुए कहा, प्रचारकों का सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य यह है कि वे अपने प्रचार के दायित्वों को सर्वोत्तम तरीके से पूरा करें और श्रोताओं और संबोधित लोगों का सम्मान करें, क्योंकि यही व्यवहार अन्य अच्छाइयों को स्वीकार करने की नींव बन सकता है।

हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद रज़ा इब्राहीमी फ़र ने आगे कहा,प्रचारकों को चाहिए कि वे नैतिक भाषा, सामाजिक परिस्थितियों की सही समझ, प्रभावी संवाद और जनता की वास्तविक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस्लामी शिक्षाओं के प्रसार का मार्ग प्रशस्त करें।

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