रविवार 2 फ़रवरी 2025 - 16:10
स्कूल भावी पीढ़ी को वैज्ञानिक, नैतिक और आस्था पर आधारित दृष्टिकोण से शिक्षित करने का केंद्र हैं

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन इब्राहीमी ने शिक्षा को देश की भविष्य पीढ़ी की परवरिश का मुख्य संस्थान बताया और कहा,आज के छात्र भविष्य में देश के प्रबंधक, वैज्ञानिक और निर्णय लेने वाले होंगे इसलिए आवश्यक है कि हम उन्हें केवल वैज्ञानिक शिक्षा ही नहीं बल्कि नैतिक धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी सक्षम बनाएं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, हज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मोहसीन इब्राहीमी जो हर्मोज़गान के प्रतिनिधि हैं अब्बास के ज़मज़म गर्ल्स स्कूल में क्रांति दिवस पर स्कूलों में उत्साह आत्मिकता और जागरूकता पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।

उन्होंने इमाम अलफज्र के दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि धार्मिक और क्रांतिकारी अवसरों का सम्मान करना छात्रों में धार्मिक और राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है।उन्होंने यह भी कहा,जैसे हम अहल बैत अलैहिस्सलाम के शोक के दिनों में शोक सभा आयोजित करते हैं, वैसे ही खुशियों के दिनों में भी स्कूलों में उत्साह और उम्मीद का माहौल बनाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा,अशर ए फज्र छात्रों को इस्लामी इंकेलाब की सफलताओं से परिचित कराने और इमाम खुमैनी र.ह और क्रांतिकारी नेता के सिद्धांतों से पुन,साक्षात्कार का महत्वपूर्ण अवसर है।हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन इब्राहीमी ने शिक्षा और परवरिश को देश की भविष्य पीढ़ी के निर्माण का मुख्य केंद्र बताते हुए कहा,आज के छात्र कल के प्रबंधक, वैज्ञानिक और निर्णय लेने वाले होंगे।

इसलिए हमें उन्हें शिक्षा के साथ-साथ नैतिक, धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी सक्षम बनाना चाहिए यह पीढ़ी जिम्मेदारी, समझ और जागरूकता के साथ विकसित होनी चाहिए ताकि वे भविष्य में प्रभावी भूमिका निभा सकें।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha