बुधवार 16 जुलाई 2025 - 07:06
अपने सुधार से शुरुआत करें!

हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने अपने ज्ञानपूर्ण शब्दों में दूसरों के सुधार के लिए आत्म-सुधार को आवश्यक बताया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "ग़ेरर उल-हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال امیرالمؤمنين عليه السلام:

مَنْ لَمْ يُصْلِحْ نَفْسَهُ لَمْ يُصْلِحْ غَيْرَهُ

अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया:

जो स्वयं को नहीं सुधारता, वह दूसरों को कभी नहीं सुधार सकता।

ग़ेरर उल-हिकम, हदीस 8990

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