हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन ग़ुलाम रज़ा हाजेबी इमाम-ए-जुमआ क़िश्म ने आज 24 जुलाई को रिवायत-ए-फ़त्ह उलमा, रूहानियों और धार्मिक संस्थानों की युद्ध के उद्देश्यों और उपलब्धियों को समझाने में भूमिका विषय पर एक बैठक में अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक घटनाओं को समझाने में धार्मिक संस्थानों की भूमिका के महत्व को समझना चाहिए।
हुज्जतुल इस्लाम हाजेबी ने इस बैठक में उलमा और रूहानियों के समाज में स्थान पर ज़ोर देते हुए कहा,उलमा को घटनाओं का गहन और प्रमाण आधारित विश्लेषण करके युद्ध के उद्देश्यों और उपलब्धियों को स्पष्ट करना चाहिए और युवा पीढ़ी को इन सच्चाइयों से अवगत कराना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा,हौज़ा ए इल्मिया को सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए और इसके लिए अतीत के अनुभवों का उपयोग करना चाहिए।
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