हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इज़राइली सेना ने रविवार को कहा कि उसने ग़ज़ा पट्टी में फिर से लड़ाई में हिस्सा लेने से इनकार करने वाले तीन सैनिकों को बर्खास्त कर उनकी जेल में सजा का आदेश दिया है। ये तीनों सैनिक नखल इंफैंट्री ब्रिगेड की 931वीं बटालियन से थे। उन्हें 7 से 12 दिन के लिए सैन्य जेल भेजा गया है। आधिकारिक मीडिया चैनल "KAN" के अनुसार, इन सैनिकों ने लड़ाई में वापस जाने से इनकार की वजह "गंभीर आंतरिक संकट" बताई है। यह पहली बार नहीं है जब इज़राइली सैनिकों ने ग़ज़ा में लड़ाई से मना किया हो।
सेना के आंकड़ों के मुताबिक, इस युद्ध के शुरू होने से अब तक 895 इज़राइली सैनिक मारे जा चुके हैं और 6134 घायल हुए हैं। लेकिन सेना पर देश के अंदर हताहतों की संख्या छुपाने के आरोप भी लगते रहे हैं।
ध्यान दें कि इज़राइली सेना ने 7 अक्टूबर 2023 से ग़ज़्ज़ा में अंतरराष्ट्रीय युद्धविराम की मांगों को अस्वीकार करते हुए एक क्रूर अभियान जारी रखा है, जिसमें अब तक लगभग 60,000 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। लगातार बमबारी ने ग़ज़्ज़ा को बर्बाद कर दिया है और वहां खाने-पीने की गंभीर कमी उत्पन्न कर दी है।
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