हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , सना में यमनी प्रधानमंत्री और कैबिनेट पर ज़ायोनी सरकार के हमले के बाद अंसारुल्लाह के नेता सैय्यद अब्दुल मलिक बदरुद्दीन अल-हौसी ने अपने संबोधन में कहा कि इजरायली हमलों के बावजूद यमन अपने सिद्धांतवादी और ईमानदार रुख पर कायम रहेगा।
हम दुश्मन के मुकाबले में अपना रुख बनाए रखते हुए कार्रवाइयों का सिलसिला जारी रखेंगे। हम इस पवित्र जंग में दाखिल हो चुके हैं जो दुश्मन ज़ायोनी के खिलाफ है; ऐसा दुश्मन जो न सिर्फ मुस्लिम उम्माह बल्कि पूरी इंसानियत और मानवता के लिए खतरा है।
अलहौसी ने कहा कि हम दुश्मन के खिलाफ सभी मोर्चों पर डट कर खड़े हैं। हमारे बहादुर पुरुष, महिलाएं और बच्चे ईमान और इरादे के साथ इस महान जंग में शामिल हैं और लगातार सक्रिय हैं; चाहे वह बड़े पैमाने पर जुलूस और प्रदर्शन हों या फिर बौद्धिक और सामाजिक गतिविधियां। हमारे लोगों की यह हरकत समझदारी और जागरूकता पर आधारित है और दुश्मन का कोई भी खतरा या कार्रवाई उनके संकल्प को कमजोर नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि यमनी राष्ट्र अल्लाह तआला के वादे पर ईमान रखते हुए खुदा की राह में स्थिरता का मुज़ाहरा कर रहा है। इस रास्ते में हम सब्र और स्थिरता से काम लेंगे क्योंकि अल्लाह सब्र करने वालों को पसंद करता है।
अंसारुल्लाह के नेता ने कहा कि देश की सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक कोशिशों के ज़रिए आंतरिक मोर्चे की बेहतरी में अहम कामयाबियां हासिल की हैं और यह सिलसिला पूरी जनता और राष्ट्रीय समर्थन के साथ जारी है।
यमनी राष्ट्र ने कबायली राष्ट्रीय घोषणापत्र पर दस्तखत, दुश्मनों के खिलाफ प्रदर्शनों में शिरकत और कबायली जमावड़ों के आयोजन के ज़रिए अपनी सुरक्षा एजेंसियों और उनकी ज़िम्मेदारियों की भरपूर हिमायत का एलान किया है। किसी भी स्तर पर, राजनीतिक या गैर-राजनीतिक, कोई भी गद्दारी क़बूल नहीं है।
यमनी राष्ट्र चौकन्नेपन के साथ हर उस साजिश के मुकाबले में खड़ा है जो ज़ायोनी दुश्मन से सहयोग या उसकी स्कीमों और जुर्मों को अंजाम देने के लिए की जाती हो। जो भी शख्स दुश्मन की खिदमत करे, वह असल मायनों में गद्दार है और आम लोग ऐसी गद्दारी पर खामोशी या सब्र नहीं दिखाएंगे।
उन्होंने कहा कि यमनी राष्ट्र का रुख एक है और कुरान करीम, शरीयत इस्लामिया और उससे लिए गए कानूनों की बुनियाद पर दुश्मन के मुकाबले में स्थिरता इख्तियार करती है।
अंसारुल्लाह के नेता ने आगे कहा कि यमन की सुरक्षा एजेंसियां कामयाबी के साथ अपनी ज़िम्मेदारियां अदा कर रही हैं। यह सिलसिला आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। यह कामयाबियां ज़ायोनी दुश्मन के जुर्मों को नाकाम बनाने में बड़ी भूमिका अदा कर रही हैं, चाहे वह यमनी राष्ट्र के खिलाफ हों या सरकारी और जनता की संस्थाओं के खिलाफ।
उन्होंने कहा कि दुश्मनों के दबाव और हमलों के बावजूद यमनी मिल्लत का रुख स्थिर और मजबूत है। अल्लाह के वादे पर पूरा भरोसा ने उन्हें बड़ी कामयाबियों से हमकिनार किया है और उनके लिए ईमानी इज्जत रची है।
यमनी जनता उम्मीद के साथ अल्लाह की नस्र पर भरोसा रखते हुए, प्रतिरोध का रास्ता जारी रखेगी और कैदियों की आज़ादी, ज़ख्मियों के सेहतयाब होने और मज़लूम कौमों खासकर फिलिस्तीन की फतह के लिए दुआगो रहेगी।
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