गुरुवार 9 अक्तूबर 2025 - 21:02
पैग़म्बर-ए-इस्लाम स.अ.व.व. की बिस'अत का मकसद ही अख़्लाक़ था।मौलाना पैग़म्बर अब्बास आबिदी

हौज़ा / नौगाँवा सादात दीनी शिक्षण संस्थान हौज़ा ए इल्मिया जामिया अलमुनतज़िर में साप्ताहिक दर्स-ए-अख़लाक़ का आयोजन किया गया, जिसमें जामिया के शिक्षक हुज्जतुल इस्लाम मौलाना पैग़म्बर अब्बास आबिदी ने तालिबे इल्म को अख़लाक़ के महत्व से अवगत कराया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , नौगाँवा सादात दीनी शिक्षण संस्थान हौज़ा ए इल्मिया जामिया अलमुनतज़िर में साप्ताहिक दर्स-ए-अख़लाक़ का आयोजन किया गया, जिसमें जामिया के शिक्षक हुज्जतुल इस्लाम मौलाना पैग़म्बर अब्बास आबिदी ने तालिबे इल्म को अख़लाक़ के महत्व से अवगत कराया।

अख़लाक़ के शिक्षक ने छात्रों को इल्म-ए-अख़लाक़ हासिल करने और इख़्लास  पर ज़ोर दिया तथा सहनशीलता और सब्र की भी नसीहत की।

मौलाना आबिदी ने छात्रों को सच बोलने और वादा पूरा करने पर भी ज़ोर देते हुए कहा कि पैग़म्बर-ए-इस्लाम (स.अ.व.व.) ने अपने बिस'अत का उद्देश्य ही अख़लाक़ (नैतिकता का उत्कृष्ट स्वरूप) बताया है। शिक्षक ने दर्स-ए-अख़लाक़ की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला।

बता दें कि जामिया अल-मुनतज़िर में हर हफ़्ते बुधवार के दिन दर्स-ए-अख़लाक़ का आयोजन होता है। दर्स-ए-अख़लाक़ में सभी छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

अंत में, जामिया के प्रबंधक हुज्जतुल इस्लाम मौलाना कुर्रतुल ऐन मुजतबा आबिदी ने छात्रों को दर्स-ए-अख़लाक़ की प्रोत्साहन दिलाई और उनकी हाज़िरी पर उन्हें हौसला अफ़ज़ाई भी किया।

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