शनिवार 18 अक्तूबर 2025 - 09:37
युद्ध विराम के दौरान इज़राइली आक्रमण जारी; इसराइली फौज के हमले में ७ फ़लस्तीनी बच्चे शहीद

हौज़ा / ग़ज़्ज़ा में जंग बंदी के बावजूद इसराइली फौज ने एक ही परिवार के 11 सदस्यों को निशाना बना कर शहीद कर दिया, जिनमें 7 मासूम बच्चे और 3 महिलाएं शामिल हैं। फ़लस्तीनी मुक़ाबला संगठन हमास ने इस घटना को “खुली जंग की क्रूर वारदात” बताया है और वैश्विक समुदाय से तुरंत हस्तक्षेप का आग्रह किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ग़ज़्ज़ा में जंग बंदी के बावजूद इसराइली फौज ने एक ही परिवार के 11 सदस्यों को निशाना बना कर शहीद कर दिया, जिनमें 7 मासूम बच्चे और 3 महिलाएं शामिल हैं। फ़लस्तीनी मुक़ाबला संगठन हमास ने इस घटना को “खुली जंग की क्रूर वारदात” बताया है और वैश्विक समुदाय से तुरंत हस्तक्षेप का आग्रह किया है।

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले रात इसराइली फौज ने ग़ज्ज़ा के अलज़ैतून इलाके में एक फ़लस्तीनी परिवार पर ड्रोन हमला किया, जिसमें 11 लोग शहीद हुए। शहीदों में 7 बच्चे और 3 महिलाएं थीं। प्रभावित परिवार हाल ही में दक्षिण ग़ज़ा से अपने घर लौटा था।

मालूम हुआ कि इसराइली सेना ने निर्दोष नागरिकों को उस समय निशाना बनाया जब वे अपने घर की तरफ जा रहे थे। आंकड़ों के मुताबिक, 13 अक्टूबर 2025 से लागू जंग बंदी के बाद अब तक 98 फ़लस्तीनी शहीद हो चुके हैं।

इस्लामी मुजाहिदा संगठन हमास ने कठोर बयान दिया है कि “क़ाबिज़ सिय्यौनी फौज ने अबूशअबान परिवार के मकान पर बमबारी की, जो जंग बंदी की खुली violation है और इसराइली आतंकवादी नीति का जारी सिलसिला है।”

हमास ने कहा कि यह हमला साफ़ दर्शाता है कि इसराइली सरकार जानबूझ कर आम नागरिकों, ख़ासकर महिलाओं और बच्चों को निशाना बना रही है।

संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, मानवाधिकार संगठनों, और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत मध्यस्थ देशों से मांग की कि वे इसराइल को जंग बंदी के नियमों का पालन करने पर मजबूर करें।

ज़ाहिर हो कि इसराइली सरकार न केवल हवाई हमले जारी रखे हुए है बल्कि ग़ज़ा में मानवीय सहायता की आपूर्ति भी रोक रखी है। युद्ध विराम समझौते के अनुसार रोज़ाना कम से कम 500 ट्रक मदद का सामान ग़ज़ा में दाखिल होना था, लेकिन इस्राइल ने अनुमति दी गई संख्या घटाकर 300 ट्रक तक सीमित कर दी है।

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