रविवार 13 अप्रैल 2025 - 12:30
अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ख़ामोशी और बेबसी के सबब ग़ाज़ा के अस्पतालों पर हमले जारी

हौज़ा / फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी संगठनों ने कहा है कि ग़ाज़ा के अलमअमदानी अस्पताल पर हमला अमेरिका की सरपरस्ती समर्थन और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ख़ामोशी व बेबसी के तहत अंजाम दिया गया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी संगठनों ने कहा है कि ग़ज़ा के अलमअमदानी अस्पताल पर हमला अमेरिका के समर्थन और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ख़ामोशी और बेबसी के साये में अंजाम दिया गया है।

हमास ने इस हमले को एक नया युद्ध अपराध क़रार देते हुए कहा कि ज़ायोनी (इस्राईली) क़ाबिज़ फौज ने अपनी लगातार बर्बरता और वहशियाना (निर्दयी) कार्रवाइयों के तहत इस बार भी अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और इंसानी उसूलों को पैरों तले रौंदा है।

हमास ने यह भी साफ़ किया कि वह अलमअमदानी अस्पताल पर हुए इस हमले की पूरी ज़िम्मेदारी अमेरिका पर डालती है, जो इस्राईली जुर्मों की खुली हिमायत कर रहा है।

इसी तरह, फ़िलिस्तीनी मुजाहिदीन आंदोलन ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ज़ायोनी दुश्मन द्वारा अस्पताल के एक हिस्से को निशाना बनाना अस्पतालों के ख़िलाफ़ एक सोची-समझी और संगठित साज़िश है, जिसे अमेरिका के समर्थन और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की आपराधिक चुप्पी में अंजाम दिया जा रहा है।

बयान में यह भी कहा गया कि दुश्मन का मक़सद सिर्फ़ एक अस्पताल को निशाना बनाना नहीं है, बल्कि ग़ाज़ा में ज़िंदगी के हर निशान को मिटा देना और फ़िलिस्तीनी अवाम को जबरन विस्थापन के लिए मजबूर करना है।

उधर ग़ाज़ा के सरकारी सूचना कार्यालय ने भी एलान किया है कि इस्राईल ने अलमअमदानी अस्पताल को निशाना बनाकर एक और भयानक अपराध को अंजाम दिया है।

हमास कार्यालय ने इस नरसंहार के लिए इस्राईल और अमेरिका को ज़िम्मेदार ठहराते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय, संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से मांग की है कि वे इस अपराध की कड़ी निंदा करें और तुरंत प्रभावी कदम उठाएं।

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