हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, युद्ध विराम के बाद लगभग 3 लाख 90 हजार से ज्यादा फ़लस्तीनी लोग, जो युद्ध और तबाह हुई जगहों से बेघर हो गए थे, अब उत्तरी ग़ज़्ज़ा के अपने घरों में लौटने लगे हैं। यह वापसी तब शुरू हुई जब ग़ज़्ज़ा में युद्ध विराम लागू हुआ और लोगों ने उम्मीद के साथ अपने घरों का रास्ता पकड़ लिया।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अभी भी ग़ज़्ज़ा में खाद्य पदार्थ, साफ पानी और रहने के लिए सुरक्षित जगह की भारी कमी है। इसलिए मदद पहुँचाने वाले संगठन काम कर रहे हैं ताकि अस्थायी घर, भोजन, दवाईयाँ और जरूरत की चीज़ें लोगों तक पहुँच सकें। युद्ध के कारण कई इलाकों का बुनियादी ढाँचा नष्ट हो चुका है, जिससे राहत का काम चुनौतीपूर्ण हो गया है।
इसके अलावा, इस युद्ध विराम समझौते में अब तक कैदियों की रिहाई का एक चरण पूरा हो चुका है और दूसरा चरण शुरू हो गया है, जो शांति के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
इस वापसी से ग़ज़्ज़ा में जीवन के सामान्य होने की उम्मीद बढ़ी है, लेकिन पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता की आवश्यकता अभी भी बनी हुई है।
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