हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने चेतावनी दी है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी में भोजन के बिना गुजर रहा प्रत्येक दिन ग़ज़्ज़ा वासियो को गंभीर भूख संकट की ओर धकेल रहा है, जिसके परिणाम 2 मिलियन से अधिक लोगों के लिए गंभीर हो सकते हैं। लाखों नागरिक पहले से ही नाकाबंदी और भूख के कारण भयानक स्थिति से पीड़ित हैं, तथा 1 मार्च से शुरू हुई ग़ज़्ज़ा पर इजरायली आक्रमण और नाकाबंदी और अधिक तबाही मचा रही है।
मार्च के प्रारम्भ में युद्ध विराम समझौते के प्रथम चरण की समाप्ति के बाद से ही इजरायल, ग़ज़्ज़ा पट्टी में मानवीय सहायता और वाणिज्यिक वस्तुओं के प्रवेश को रोक रहा है। यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा कि इससे आवश्यक आपूर्ति की भारी कमी हो गई है तथा ग़ज़्ज़ा में खाद्यान्न भंडार समाप्त हो गया है।
ग़ज़्ज़ा में एजेंसी के मीडिया एवं संचार कार्यालय के निदेशक अनस हमदान ने कहा कि ग़ज़्ज़ा पर सहायता प्रतिबंध गाजा के लोगों के लिए सामूहिक दंड के समान है, जिन्होंने 16 महीने से अधिक समय से चल रहे विनाशकारी युद्ध के दौरान बहुत कष्ट झेले हैं। हमदान ने अल जज़ीरा नेटवर्क को दिए बयान में बताया कि चिकित्सा आपूर्ति और भोजन की आपूर्ति का सिलसिला समाप्त हो रहा है। इससे मानवीय संकट गहरा रहा है। उन्होंने बताया कि 19 जनवरी 2025 से मार्च के प्रारम्भ तक युद्ध विराम अवधि के दौरान, यूएनआरडब्ल्यूए ने ग़ज़्ज़ा पट्टी में लगभग 1.7 मिलियन फिलिस्तीनियों को खाद्य सहायता प्रदान की।
आपकी टिप्पणी