हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , अरब टीवी चैनल अल-मयादीन ने कहा है कि पिछली रात से जारी सियोनी हमलों को अब केवल युद्धविराम का उल्लंघन नहीं कहा जा सकता।
अल-मयादीन के अनुसार, ये हमले वास्तव में युद्ध की घोषणा हैं, क्योंकि कब्ज़े वाले इजरायली विमानों ने आवासीय क्षेत्रों और फिलिस्तीनी शरणार्थियों के शिविरों पर बमबारी की है।
इज़राईली सेना ने कुछ पल पहले दावा किया कि गाजा पट्टी पर पिछली रात से जारी अपने बड़े हमले रोक दिए हैं; हालांकि अल-मयादीन के प्रतिनिधि के अनुसार, इन हमलों में अब तक 100 से अधिक फिलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं।
याद रहे मिस्र के शर्म अल-शेख में कुछ इस्लामी देशों के नेताओं और ट्रम्प के बीच हुए युद्धविराम समझौते में तय हुआ था कि अब इजरायल गाजा पर हमला नहीं करेगा।
स्पष्ट रहे कब्ज़े वाला इजरायल अपने पूर्व के रवैये वादाखिलाफी के तहत समय-समय पर गाजा पर हमले जारी रखे हुए है; जिसके परिणामस्वरूप समझौते पर चिंता बढ़ रही है।
यह बात भी उल्लेखनीय है कि शर्म अल-शेख समझौते में शामिल कुछ इस्लामी देशों के नेताओं की चुप्पी भी चिंताजनक और दुखद है।
 
             
                 
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        
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