सोमवार 30 जून 2025 - 16:36
इज़राईली सरकार की विफलता पर हज़ारों इजरायलियों का विरोध प्रदर्शन/नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग

हौज़ा / हज़ारों इजरायली नागरिकों ने रविवार को तेल अवीव, यरुशलम और अन्य शहरों में प्रदर्शन करते हुए नेतन्याहू सरकार की गाजा में बंधकों को छुड़ाने में विफलता पर तीखा विरोध जताया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,हज़ारों इजरायली नागरिकों ने रविवार को तेल अवीव, यरुशलम और अन्य शहरों में प्रदर्शन करते हुए नेतन्याहू सरकार की गाजा में बंधकों को छुड़ाने में विफलता पर तीखा विरोध जताया हैं।

प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू सरकार की नीतियों को असफल बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। इजरायली अखबार हारेट्ज़ के मुताबिक, ये विरोध प्रदर्शन हाल के युद्ध विवाद के बाद और तेज हो गए हैं, जो 13 जून को इजरायल द्वारा ईरान पर हमले के बाद शुरू हुआ था।

इस 12-दिवसीय युद्ध में इजरायल ने ईरानी परमाणु सुविधाओं, सैन्य केंद्रों और यहां तक कि आम नागरिकों को भी निशाना बनाया, जबकि ईरान की जवाबी कार्रवाई में यरुशलम की हिब्रू यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार कम से कम 3,400 इजरायली घायल हुए। मरने वालों की संख्या अभी तक जायोनी अधिकारियों ने स्पष्ट नहीं की है। 

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हमास ने बार-बार संकेत दिया है कि अगर इजरायल युद्धविराम करे, गाजा से हटे और फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करे, तो वह सभी इजरायली बंधकों को एक साथ छोड़ने के लिए तैयार है। लेकिन सरकार इस अवसर का फायदा उठाने के बजाय युद्ध को लंबा खींचने की नीति पर अड़ी हुई है। 

इजरायली विश्लेषकों का कहना है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी सियासी कुर्सी बचाने के लिए युद्ध और नरसंहार को जारी रखना चाहते हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इजरायल पर युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। 

गौरतलब है कि इजरायली सेना ने अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में जारी अपने हमलों में 56,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की युद्धविराम की मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। 

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