हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ए.एम.आर. मेडिकल एंड एजुकेशनल ट्रस्ट दिल्ली ने अपने मिशन “कैंप से हॉस्पिटल तक” मरीज़ों की मदद के लिए आज रोज़-ए-हफ़्ता, 15 नवंबर को एक अहम् अमली क़दम उठाया। 9 नवंबर को मिर्ज़ा यूसुफ़ अली वेलफेयर ट्रस्ट, ओल्ड मुस्तफ़ा आबाद दिल्ली में मुनअकिद फ़्री आई मेडिकल कैंप में जिन बच्चों की बीनाई कमज़ोर पाई गई थी, उन्हें आज शाहिद मिर्ज़ा साहब के तआवुन से लाइफ़लाइन आई सेंटर दिल्ली लाया गया, जहाँ उनका तफ़सीली मुआइना किया गया।

आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर जावेद फारूकी ने तमाम बच्चों की आँखों का निहायत बारिकी से जायज़ा लिया और हर बच्चे की बासारत (नज़र) के बारे में वालदैन को तफ़सील से आगाह किया। डॉक्टर साहब ने इलाज के मराहिल, कमज़ोर बीनाई की मुमकिन वजूहात और आइंदा हिफ़ाज़ती इक़दामात पर भी रौशनी डाली।
इस मौके पर डॉक्टर जावेद फारूकी ने कहा कि “हम ए.एम.आर. मेडिकल एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के साथ मरीज़ों की ख़िदमत के लिए हर वक़्त हाज़िर हैं। कमज़ोर और मुस्तहक़ अफ़राद की मदद करना ही असल मक़सद-ए-हयात है, और हम ट्रस्ट के आइंदा कैंपों में भी अपनी ख़िदमात भरपूर तरीक़े से जारी रखेंगे।”

मिर्ज़ा यूसुफ़ अली वेलफेयर ट्रस्ट मुस्तफ़ा आबाद दिल्ली के चेयरमैन शाहिद मिर्ज़ा की ख़ुसूसी कोशिशों से बच्चों की अस्पताल तक रसाई मुमकिन हुई, जबकि ए.एम.आर. ट्रस्ट और लाइफ़लाइन आई सेंटर दिल्ली ने हसब-ए-साबिक़ तमाम सहूलियतें मुकम्मल तौर पर फ़्री फ़राहम कीं।
ट्रस्ट की इंतज़ामिया ने कहा कि यह सिलसिला जारी रहेगा और बासारत समेत दीगर अमराज़ के हवाले से भी हर ज़रूरतमंद फ़र्द को मुकम्मल रहनुमाई और इलाज की सहूलत फ़राहम की जाती रहेगी।
कैंप के दौरान मौलाना सैयद शान हैदर भी मौजूद रहे और मरीज़ों की रहनुमाई में फ़आल किरदार अदा करते रहे।

ए.एम.आर. मेडिकल एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन मौलाना सैयद रज़ी ज़ैदी ने इस ख़ुसूसी ख़िदमत पर डॉक्टर जावेद फारूकी साहब, जनाब शाहिद मिर्ज़ा साहब, जनाब मुहम्मद हुसैन नक़वी अमरोही साहब और तमाम मआविनीन का तह-ए-दिल से शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने कहा कि हम दुआगो हैं कि अल्लाह तआला हमारी इस ख़िदमत-ए-ख़ल्क़ को अपनी बारगाह में क़बूल फ़रमाए। आमीन।





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