हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हिज़्बुल्लाह के बक़ा रीजन क्षेत्र के प्रभारी, हुज्जतुल इस्लाम सैयद फ़ैसल शुकर ने इस संकल्प को दोहराया है कि प्रतिरोध का परचम हमेशा बुलंद रहेगा और तमाम तरह के दबावों के बावजूद प्रतिरोध का हथियार मुक़ावमत के जवानों के हाथों में ही रहेगा।
हुज्जतुल इस्लाम सैयद फ़ैसल शुकर ने ये बातें हिज़्बुल्लाह द्वारा आयोजित एक सुलह संवाद बैठक को संबोधित करते हुए कहीं। यह बैठक तीसरे सेक्टर (पश्चिमी भाग) में स्थित अल-ज़आरारीर बेत मशीक में मज़्माउल-इमाम अल-बाक़िर (अ.) में आयोजित हुई, जिसमें मशीक परिवार के कई सदस्य शामिल हुए।
यह बैठक सैयद फ़ैसल शुकर और हिज़्बुल्लाह के तीसरे सेक्टर के प्रभारी हसन हमीयह की निगरानी में आयोजित की गई, जिसमें उलेमा-ए-दीन, शहीदों के परिजन, पार्टी कार्यकर्ता, सामाजिक और क़बीलाई हस्तियाँ तथा नगर पालिका के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
हुज्जतुल इस्लाम शुकर ने पूर्ण विजय की प्राप्ति तक प्रतिरोध के मार्ग पर डटे रहने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि क्षेत्र पर अमेरिकी वर्चस्व के ख़ात्मे और उसके परिणामस्वरूप ज़ायोनी शासन के अंत तक प्रतिरोध जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रतिरोध का मार्ग सम्मान और संप्रभुता का मार्ग है, और इससे किसी भी प्रकार की पीछे हटना संभव नहीं है।
अपने संबोधन में उन्होंने इस्लाम में सुधार और सुलह के महत्व पर भी प्रकाश डाला और कहा कि आंतरिक शांति के संवर्धन और सामाजिक स्थिरता के लिए सुलह की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके अनुसार, सहनशीलता और उदारता पर आधारित सुलह की संस्कृति एक मज़बूत और संगठित समाज की नींव है, जो विभिन्न चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना कर सकता है।
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