सोमवार 22 दिसंबर 2025 - 17:27
हमास न तो आत्मसमर्पण कर चुका है न ही निरस्त्र हुआ है।अमेरिकी सीनेटर

हौज़ा / अमेरिका की सीनेट के वरिष्ठ सदस्य लिंडसे ग्राहम ने एनबीसी नेटवर्क से बातचीत में स्वीकार किया कि हमास का निरस्त्रीकरण नहीं हुआ है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अमेरिका की सीनेट के वरिष्ठ सदस्य लिंडसे ग्राहम ने एनबीसी नेटवर्क से बातचीत में स्वीकार किया कि हमास का निरस्त्रीकरण नहीं हुआ है। अंतरराष्ट्रीय समूह के अनुसार, इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के बाद तेल अवीव से बोलते हुए लिंडसे ग्राहम ने ग़ाज़ा में हालिया घटनाक्रमों को लेकर गहरी चिंता जताई।

उन्होंने कहा कि हमास न केवल निरस्त्र होने का इरादा नहीं रखता, बल्कि अपनी सैन्य और राजनीतिक शक्ति को फिर से संगठित और मजबूत कर रहा है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि यह आकलन केवल उनकी व्यक्तिगत राय नहीं है, बल्कि यह इज़रायली खुफिया एजेंसियों, इज़रायली सेना (आईडीएफ) और अमेरिकी खुफिया स्रोतों की रिपोर्टों पर आधारित है।

संघर्ष-विराम के क्रियान्वयन की चुनौतियाँ और ग़ाज़ा का भविष्यग्राहम के ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब अक्टूबर में इज़रायल और हमास के बीच हुआ नाज़ुक संघर्ष-विराम लगातार उल्लंघनों का शिकार हो रहा है। क़तर के प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि “लगभग हर दिन संघर्ष-विराम का उल्लंघन हो रहा है”, हालांकि इसे बनाए रखने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं।

हमास के निरस्त्रीकरण के लिए दबाव लिंडसे ग्राहम ने स्पष्ट रूप से अमेरिका और इज़रायल से हमास पर दबाव बढ़ाने की मांग की और सुझाव दिया कि, इस समूह को “एक निर्धारित समय-सीमा के भीतर” निरस्त्र किया जाना चाहिए। उनके अनुसार, यदि हथियार सौंपे नहीं जाते हैं, तो हमास के खिलाफ़ कड़ा और निर्णायक कदम उठाया जाना चाहिए।

उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से भी आग्रह किया कि वे सीधे इज़रायली नेताओं से मुलाकात करें और हमास के निरस्त्रीकरण को प्राथमिकता दें। ट्रंप पहले चेतावनी दे चुके हैं कि यदि हमास स्वेच्छा से निरस्त्र होने से इनकार करता है, तो यह प्रक्रिया “तेज़ी से और संभवतः हिंसक तरीके से” लागू की जाएगी, हालांकि उन्होंने इसके तरीकों का विवरण नहीं दिया।

ग्राहम के ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब ग़ाज़ा में मानवीय स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। यूनिसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा कि संघर्ष-विराम से हालात में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन “व्यापक पीड़ा और संकट” अब भी जारी है।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha