आमाले शाबे कद्र
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शबे क़द्र में सबसे अच्छे कर्म दान और सच्ची प्रार्थनाएँ हैं
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम रहीमी ने कहा: शबे क़द्र पर हम जो सबसे अच्छे काम कर सकते हैं वह दान देना और सच्ची और शुद्ध प्रार्थना करना है।
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शबे क़द्र के आमाल
हौज़ा / माहे मुबारक रमज़ान की उन्नीसवीं, इक्कीसवीं और तेइसवीं शबे क़द्र के मुश्तरका आमाल
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शबे क़द्र की तीन रातें क्यों हैं?
हौज़ा / तेईसवीं रात को, अल्लाह जो चाहता है वह सब कुछ कर दिया जाता है। यह शबे क़द्र है, जिसके बारे में अल्लाह तआला ने फरमाया: (यह रात हज़ार महीनों से बेहतर है)।
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शबे क़द्र रमज़ान के पवित्र महीने का दिल है
हौज़ा / ईरान के इस्फ़हान शहर के इमाम जुमा ने कहा: बुजुर्ग विद्वान कद्र की रात में पवित्र पैगंबर से प्रार्थना, दान और तवस्सुल का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा: रमज़ान का महीना तौबा का महीना है और उसका दिल शबे क़द्र है।
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शबे-क़द्र पापों की क्षमा का एक विशेष अवसर है
हौज़ा / ईरान के खुरासान-रिज़वी प्रांत में मदरसा के प्रधानाचार्य ने कहा: शबे कद्र को समझने के लिए, वरिष्ठ विद्वान रजब महीने की शुरुआत से रोज़ा रखते थे। शबे कद्र पापों की क्षमा के लिए एक विशेष अवसर है।
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अल-अक्सा मस्जिद का मुद्दा हमारी पहचान और हमारे विश्वास का हिस्सा है
हौज़ा / इंटरनेशनल यूनियन ऑफ मुस्लिम स्कॉलर्स के महासचिव ने चरमपंथी बसने वाले समूहों के नेतृत्व में यहूदी बस्तियों के खिलाफ प्रतिरोध और आवाज उठाने का आह्वान किया।
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तस्वीरें/इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम में उर्दू भाषी तीर्थयात्रियों के लिए शबे क़द्र के आमाल का आयोजन
हौज़ा / मशहद मुक़द्दस इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम ने उर्दू भाषी तीर्थयात्रियों के लिए शबे क़द्र के आमाल का आयोजन किया।
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तौबा कुबूल होने की शर्त यह है कि गुनाह दोबारा न हो
हौज़ा / हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन मुतीई ने कहा: अल्लाह के रसूल (स) ने कहा कि जो कोई क़द्र की रात में जागता है और अल्लाह को याद करता है, उस पर अगले एक साल के लिए ईश्वरीय दंड टल जाएगा।
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:दिन की हदीस
शब ए क़द्र में इबादत का तरीका
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में शबे क़द्र में इबादत के तरीका की ओर इशारा किया हैं।
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शब ए क़द्र के आमाल का महत्व/ अस्पताल मे मरीज़ो ने किए आमाल
हौज़ा / शब ए क़द्र के आमाल का क्या महत्व है कोई ज़रा इन मरीज़ो से मालूम करे कि आमाल का क्या महत्व है। ईरान के बकीयातुल्लाह अस्पताल मे मरीज़ो ने 2022 के रमज़ान की दूसरी शब ए क़द्र के आमाल अस्पताल मे अंजाम दिए।
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:दिन की हदीस
शबे क़द्र में जागने का महत्व
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में शबे क़द्र में जागने के महत्व की ओर इशारा किया हैं।
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हज़रत मासूमा ए क़ुम अ.स. के हरम में उन्नीसवीं शाबे क़द्र के आमाल में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए/फोंटों
हौज़ा/माहें रमज़ानुल मुबारक कि उन्नीसवी कि शब यानी पहली शबे कद्र के आमाल में हज़रत मासूमा ए क़ुम अ.स. के हरम में बड़ी संख्या में मोमिनीन उपस्थित रहे और बड़ी अकीदत के साथ आमाल को अंजाम दिया
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
शबे क़द्र में सब से अच्छा अमल
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,शबे क़द्र में सब से अच्छा अमल, दुआ है। रातों को जागने का मक़सद भी दुआ और अल्लाह को याद करना है।
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:दिन की हदीस
माहें रमज़ानुल मुबारक का दिल
हौज़ा/ हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में माहें रमज़ानुल मुबारक के दिल की ओर इशारा किया हैं।
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
शबे क़द्र की तैयारी
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,रमज़ान के मुबारक महीने में अपने दिलों को जितना हो सके, अल्लाह की याद से, नूरानी कर लें ताकि शबे क़द्र की पाकीज़ा रातों में जाने के लिए तैयार रहें ।