आयतुल्लाह जाफ़र सुबहानी
-
आयतुल्लाहिल उज़मा सुब्हानी की विद्यार्थियों को नसीहत:
चार अक्षर पढ़ कर यह न सोचे कि ज्ञान की कुंजी हमारे हाथ में आ गई है!!
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह सुब्हानी ने छात्रों को अख़्लाक़ का सबक देते हुए कहा, चार अक्षर पढ़ लेने के बाद हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि ज्ञान की कुंजी हमारे हाथ में आ गई है ज्ञान की कुंजी अल्लाह तआला के हाथ में है और पैगंबर और अहेलबैत अलैहिस्सलाम के पास है हमें इस मामले में विनम्रता से काम लेना चाहिए।
-
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन "ज़ुल-जनाहैन" हज़रत जाफ़र बिन अबी तालिब:
हज़रत जाफ़र बिन अबी तालिब (अ) इस्लाम में "अल-साबेक़ून" में से एक थे, आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुबहानी
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुबहानी ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन "ज़ुल-जनाहैन" में हज़रत जाफ़र बिन अबी तालिब (अ) के व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि दी और उनके व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला।
-
आयतुल्लाह जाफ़र सुब्हानी की इच्छा पूरी हुई; प्रचारक प्रशिक्षण शिविर की प्रथम बैठक आयोजित
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज्मा जाफ़र सुब्हानी ने ईरान के हौज़ा इलमिया के प्रमुख आयतुल्लाह आराफ़ी को एक पत्र में उपदेशक प्रशिक्षण शिविर के पहले सत्र के उद्घाटन पर अपनी खुशी व्यक्त की।
-
आयतुल्लाहिल उज़्मा सुब्हानी ने लेबनान की पीड़ित जनता की मदद के लिए सहम ए इमाम के तिहाई हिस्से के इस्तेमाल की अनुमति दी
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सुब्हानी ने दक्षिण लेबनान के शिया मुसलमानों की मदद के लिए सहम-ए-इमाम की एक तिहाई राशि के इस्तेमाल की अनुमति दी है।
-
पश्चिमी नैतिकता भौतिक हितों पर आधारित है: आयतुल्लाह सुब्हानी
हौज़ा /आयतुल्लाह जाफ़र सुब्हानी ने कहा कि अख़लाक की हक़ीक़ी तासीर तभी संभव है जब यह ईश्वरीय सिद्धांतों पर आधारित हो। यदि नैतिकता भौतिक आधारों पर आधारित है, तो यह केवल बाहरी और अस्थायी है।
-
8 रबीअ उल-अव्वल और हज़रत वली अस्र (अ) की इमामत की शुरुआत के बारे में आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुब्हानी का दृष्टिकोण
हौज़ा/रबीअ उल-अव्वल की 8 तारीख हज़रत इमाम हसन अस्करी (अ) का शहादत दिवस है और उनकी शहादत के साथ, खिलाफत और इमामत उनके बेटे हज़रत महदी को हस्तांतरित कर दी गई।
-
हौज़ा इलमिया के नए शैक्षणिक वर्ष के उद्घाटन समारोह में आयतुल्लाहिल उज़्मा सुब्हानी का भाषण;
हौज़ा इल्मिया क़ुम वास्तव में लोगों के धर्म का संरक्षक है
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सुब्हाननी ने हौज़ा इल्मिया के नए शैक्षणिक वर्ष के उद्घाटन समारोह में कहा: हौज़ा इल्मिया क़ुम वास्तव में लोगों के धर्म का रक्षक है। हमें इस डोमेन की रक्षा करनी चाहिए, जो देश की गरिमा है, ताकि हम इसे बेहतर तरीके से हज़रत वलीउल्लाहि-आज़म तक पहुंचा सकें।
-
तस्वीरें/ आयतुल्लाह सुब्हानी की उपस्थिति में एक शैक्षणिक प्रश्न और उत्तर सत्र की व्यवस्था की गई
हौज़ा/ क़ुम अल मुक़द्देसा में पांचो पंथो पर विद्वानों के सवालों और जवाबों पर एक सत्र आयोजित किया गया था, जिसमें आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुब्भाहानी ने सवालों के जवाब दिए।
-
चुनावों में भाग लेने के हवाले से मराज ए तकलीद की नज़र / इस्लामिक गणराज्य के चुनावों में भाग लेना शरई, इस्लामी और इलाही फ़रीज़ा है
हौज़ा / इस्लामिक गणराज्य के चुनावों में भाग लेना उन लोगों के लिए शरई, इस्लामी और इलाही फ़रीजा है जिनके पास शर्तें हैं।
-
इमाम रज़ा (अ) वैश्विक कांग्रेस के नाम मुजतहिदो और फ़क़ीहो का संदेश
हौज़ा / इमाम रज़ा (अ) पांचवीं वैश्विक कांग्रेस सोमवार, 13 मई, 2024 को शुरू हुई और दो दिनों तक जारी रही। इस हवाले से मुजतहिदो और फ़क़ीहो ने अलग अलग संदेश भेजे जिन्हे हम अपने प्रिय पाठको के लिए प्रस्तुत कर रहे है।
-
आतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुब्हानी:
जब भी मानव जाति ने अपनी सभ्यता को बचाना चाहा तो उसने कलम और कागज का इस्तेमाल किया
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह सुब्हानी ने कहा: एक उपयोगी किताब वह है जो समाज की समस्याओं का समाधान करती है। अतीत में, विद्वानों ने ऐसी किताबें लिखीं जो समाज में मौजूद कमियों को पूरा करती थीं।
-
शहीदों और उनके परिवारों के प्रति हमारी जिम्मेदारी बहुत गंभीर है
हौज़ा/शहीद की स्थिति सभी के लिए स्पष्ट है, लेकिन शहीदों और उनके परिवारों के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी बहुत गंभीर है, खासकर यदि उनकी एक युवा पत्नी या बच्चे हैं, जिन्हें शहीद ने हमें सौंपा है। हम उनके जीवन की जरूरतों को पूरा करते हैं ।
-
राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों में भी मराजे का अनुसरण करें; आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुबहानी
हौज़ा / सबसे पहले, मैं इस्लामी उम्मा और विशेष रूप से शिया विद्वानों - जो अहले-बैत (अ.स.) के प्रेमियों और अनुयायियों के लिए आदर्श हैं। की एकता की आवश्यकता पर ज़ोर देता हूं, और राजनीतिक और सामाजिक मुद्दो मे भी मराजे का अनुसरण करने और शिया विद्वानों के बीच मत विभाजित न करने की सलाह देता हूं।
-
हज़रत आयतुल्लाह आराफ़ी की वेटिकन यात्रा के बाद मराजय तकलीद से खुसूसी मुलाक़ात
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के प्रमुख आयतुल्लाह आराफ़ी ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ आयतुल्लाह नूरी हमदानी और आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुबहानी से मुलाक़ात की और वेटिकन और पांच यूरोपीय देशों की अपनी यात्रा की रिपोर्ट पेश की।
-
द लेडी ऑफ हेवन फ़िल्म के संबंध मे चार मराजा ए तक़लीद की राय का दूसरी बार प्रकाशन
हौज़ा, पुनर्मुद्रण / आयात-ए-एज़ाम मकारिम शिराज़ी, साफ़ी गुलपाएगानी, नूरी हमदानी और जाफ़र सुबहानी ने 2016 में इंग्लैंड से प्रसारित एक अरब टेलीविजन चैनल द्वारा फिल्म "योम-अल-अज़ाब" पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
-
आयतुल्लाह जाफ़र सुबहानी:
आयतुल्लाह आराफ़ी की रोम यात्रा, हौज़ा ए इल्मिया क़ुम और कैथोलिक ईसाई धर्म के बीच पहला नियमित संपर्क है
हौज़ा / आयतुल्लाह जाफ़र सुबहानी ने हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के प्रमुख को लिखे एक पत्र में पोप से मुलाकात के संबंध में कुछ बिंदुओं का उल्लेख किया है।