हौज़ा / आलिम बा अमल शेख़ अब्बास कुम की की इमाम ए ज़माना अ.ज.से वफादारी को उनके दो सुनहरे जुमलों में समेटा जा सकता है वह न केवल खुद को हमेशा इमाम-ए-ज़माना अ.ज. का नमकखोर मानते थे बल्कि एक दिन…