इमाम ए ज़माना अ.ज. (6)
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उलेमा और मराजा ए इकरामनेमत पर शुक्र अदा करना;बंदगी की अलामत है। आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
हौज़ा / आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान फरमाते है,कुछ लोग कल्पना करते है कि शुक्र का अर्थ है कि परमेश्वर की सारी नेमतो का उपयोग करने के पशचात कहे: मेरे परमेश्वर शुक्रिया अथवा घोषणा करे भगवान का शुक्र…
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ईरानइमाम ए ज़माना अ.स. की हक़ीकी पहचान हासिल करना सबकी पहली ज़िम्मेदारी है। मोहतरमा फिज़्ज़ा मुख्तार
हौज़ा / मोहतरमा फिज़्ज़ा मुख्तार नक़वी ने कहा कि इमाम ज़माना अ.स. की पहचान अच्छे आचरण का पालन अनिवार्य कार्यों का पालन, पापों से बचना और प्रार्थनाओं को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना हमारे मूल कर्तव्य…
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हुज्जतुल इस्लाम हुसैन अली अस्करी:
ईरानतालिबे इल्मी एक अत्यंत मूल्यवान चयन है/ हमारा आचरण और नैतिकता समाज के लिए एक उदाहरण होना चाहिए
हौज़ा / हौज़ा ए एल्मिया क़ज़्वीन में शिक्षा और प्रशिक्षण के प्रभारी ने नए छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,तालिब ए इल्मी का मार्ग सबसे मूल्यवान चयन है, जिसे आपने हौज़ा एल्मिया में प्रवेश के लिए…
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मोमनी:
उलेमा और मराजा ए इकरामगुनहगार कभी भी अल्लाह की रहमत से निराश न हों
हौज़ा / मस्जिद ए मुक़द्दस जमकरान के ख़तीब ने कहा,गुनहगार अल्लाह की रहमत से निराश न हों अगर कोई गलती या गुनाह हो जाए तो इमाम-ए-ज़माना अ.ज. के दरबार में तौबा करें और उनसे दुआ की दरख़्वास्त करें…
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मौलाना कल्बे जवाद नक़वीः
भारतहिंदुस्तान;वक्फ संशोधन विधेयक संविधान विरोधी है हम इसे कदापि स्वीकार नहीं करेंगे
हौज़ा / मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने आसिफी मस्जिद में पत्रकारों से खिताब करते हुए कहा कि जेपीसी ने असंवैधानिक रवैया अपनाया है यह विधेयक वक्फ की तबाही का बिल है।
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विद्वानो के वाक़ेआत:
उलेमा और मराजा ए इकरामइमाम ए ज़माना (अ) का नमक खाने वाले को केवल इमाम का ही खिदमत गुज़ार होना चाहिए
हौज़ा / आलिम बा अमल शेख़ अब्बास कुम की की इमाम ए ज़माना अ.ज.से वफादारी को उनके दो सुनहरे जुमलों में समेटा जा सकता है वह न केवल खुद को हमेशा इमाम-ए-ज़माना अ.ज. का नमकखोर मानते थे बल्कि एक दिन…