इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम (45)
-
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली रज़ा पनाहियान:
ईरानदीन का मकसद इंसान को अंधी तक़लीद नहीं बल्कि सही पहचान करने की शक्ति प्रदान करना है
हौज़ा / हौज़ा और यूनिवर्सिटी के मशहूर शिक्षक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली रज़ा पनाहियान ने कहा है कि धर्म इंसान को सिर्फ आज्ञापालक नहीं बनाता बल्कि उसे अक्ल, समझ और सही पहचान करने की क्षमता…
-
धार्मिकक्यों कभी कभी हमें अपने दोस्तों से भी तक़य्या करना पड़ता है?
हौज़ा / मरहूम आयतुल्लाह बुरूजर्दी कहते हैं कि इमाम जाफर सादिक अ.स. कभी-कभी तक़ैय्या के तौर पर यहां तक कि अपने शिया के साथ भी जवाब दिया करते थे क्योंकि उनका इरादा हकीकत जानने का नहीं होता था बल्कि…
-
दुनियामुस्लिम उम्माह को अपने तौर-तरीके बदलकर हुसैनी की राह पर चलना चाहिए: अल्लामा बदर अल-हुसैन आबिदी
हौज़ा /अशरा ए मुहर्रम की मजलिस को संबोधित करते हुए एसयूसी कराची के अध्यक्ष ने कहा कि धर्म के अस्तित्व और उद्धार के लिए रब्बे ज़ुल जलाल और मुहम्मद (स) के नेता और मुहम्मद (स) के परिवार के सिद्धांतों…
-
धार्मिकइमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम की इल्मी अज़मत
हौज़ा / हज़रत इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम की इल्मी अज़मत उम्मत के दरमियान इल्म, तफ़सीर, फ़िक़्ह और अक़ीदों की बुनियादी को बहुत मजबूत किया।
-
धार्मिकहज़रत इमाम मोहम्मद बाक़िर अ.स. के जीवन में राजनीतिक संघर्ष
हौज़ा / हुकूमत इमाम बाकिर अ.स. से हर कुछ दिन पर पूछताछ करके उनको तकलीफ़ देने और उनका ध्यान भटकाने की कोशिश में लगी हुई थी, ज़ाहिर है इमाम अ.स. अपनी ज़िम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते थे, ऐसे घुटन…
-
धार्मिकहज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) की शहदत के मौके पर संक्षिप्त परिचय
हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम हज़रत पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद (स) के छठे उत्तराधिकारी और आठवें मासूम हैं आपके वालिद (पिता) इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) थे।
-
दिन की हदीसः
धार्मिकख़ुदा के नज़दीक पसंदीदा काम
हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) ने एक रिवायत में ख़ुदा के नज़दीक पसंदीदा काम से परिचित कराया है।
-
दिन की हदीसः
धार्मिकसिले रहमी का सवाब
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) ने एक रिवायत में सिलेरहमी के सवाब का वर्णन किया है।
-
दिन की हदीसः
धार्मिकजुमे की विशेषता
हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में जुमे की विशेषता बात बयान की है।
-
धार्मिकअल्लाह के नज़दीक सबसे प्रिय काम
हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में ईश्वर की दृष्टि में सबसे पसंदीदा कर्मों को पेश किया है।