उलेमा खुत्बा मुम्बई
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हराम काम करने वाले व्यक्ति में इमामे मासूम (अ.स.) की बातो को स्वीकार करने की क्षमता नहीं है: हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन सैय्यद हुसैन मोमिनी
हौज़ा / हरमे हज़रत फ़ातिमा मासूमा के वक्ता (ख़तीब) ने कहा: मनुष्य को अपने पापों का मुहासेबा (हिसाब किताब) करना चाहिए क्योंकि हराम के पीछे जाने वाले आँख और कान इमामे ज़माना (अ.त.फ.श.) की बातो को स्वीकार करने की क्षमता नहीं रखते हैं ।
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मुंबई में सभी विचारधाराओ के विद्वानों ने सर्वसम्मति से वसीम रिज़वी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया
हौज़ा / मुंबई में सभी विचारधाराओ के विद्वानों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि वसीम रिज़वी को दोषी ठहराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
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पवित्र कुरान की महिमा में दुसाहस इस्लाम के दुश्मनों को लाभ पहुंचाने का प्रयास है, उलेमा खुत्बा मुम्बई
हौज़ा / पूरे इस्लामी जगत को सूचित किया जा रहा है कि जिस तरह इस आदमी ने अतीत में गंदी विचारधारा को दिखाया था वह उसकी व्यक्तिगत विचारधारा थी और शिया जगत द्वारा उसकी कड़ी निंदा की गई थी, इसलिए यह आज भी देखा जा रहा है कि तहरीफ-ए कुरान का विचार उसका व्यक्तिगत विचार और इस्लाम के दुश्मन जो उसके आक़ा (स्वामी) है उन्हे खुश करने के लिए है। इसका शिया धर्म से कोई लेना-देना नहीं है।