हौज़ा/अगर उसकी बीमारी अगले माहे रमज़ान तक जारी रहती है तो रोज़ा साक़ित हैं, लेकिन उनके माल से (750 ग्राम) प्रति दिन फ़कीर को दिया जाएगा।