۴ آذر ۱۴۰۳
|۲۲ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 24, 2024
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शरई अहकाम । बीमार आदमी की रोज़ों की कज़ा
हौज़ा/अगर उसकी बीमारी अगले माहे रमज़ान तक जारी रहती है तो रोज़ा साक़ित हैं, लेकिन उनके माल से (750 ग्राम) प्रति दिन फ़कीर को दिया जाएगा।