ज़ियारते अरबाईन
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बहरैनी हुकूमत की ओर से एक शिया खतीबे हुसैनी को तीन महीने की सजा
हौज़ा / बहरैन की एक अदालत ने शिया खतीबे हुसैनी शेख़ अब्दुल अमीर मालाल्लाह को तीन महीने जेल की सजा सुनाई है।
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इराक में अरबईन को लेकर विशेष सुरक्षा बढ़ा दी गई
हौज़ा/इराकी संयुक्त अभियान मुख्यालय ने अरबईन के लिए विशेष सुरक्षा योजना के विवरण की घोषणा की हैं।
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ज़ियारत ए अरबईन के ज़रिए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से मुहब्बत और इंतज़ार इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम का मजबूत राबता
हौज़ा / इस वक़्त हम इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के इंतज़ार के ज़माने में हैं और हमारे पास दो चीजें हैं एक हुसैनी मोमिन और दूसरा मेंहदवी मोमिन। क्या हम ज़ियारते अरबईन के ज़रिए इन दोनों को एक कर सकते हैं जिनमें से एक इमाम हुसैन अ.स. की सच्ची मुहब्बत है और दूसरा इमाम मेंहदी का हक़ीक़ी इंतज़ार!
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ज़ियारते अरबईन का विश्व की पांच भाषाओं में अनुवाद
हौज़ा / इस्फ़हान मदरसा के भाषाविदों ने इस्फ़हान में "इंटरनेशनल नासिरियाह स्कूल ऑफ़ नासिरियाह" के प्रयासों से पहली बार दुनिया की पाँच जीवित भाषाओं में ज़ियारते अरबईन के अनुवाद की घोषणा की है।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम हुसैन अ.स.की ज़ियारत की हसरत
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में कयामत के दिन हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़ियारत के बारे में बायान फरमाया हैं।
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जियारते अरबईन और पैदल मार्च में हिस्सा लेने के लिए अकीदतमंद मुबारकपुर इराक के लिए रवाना
हौज़ा/अरबीने हुसैनी पैदल मार्च में भाग लेने के लिए दुनिया भर से व्यक्तिगत रूप से और एक कारवां के साथ कर्बला इराक पहुंचने के लिए इमाम हुसैन के समर्थकों की यात्रा सच्चे प्यार और भावुक भक्ति और प्रेम के साथ शुरू हो गई है।
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अरबईन हुसैनी के मौके पर इस साल कई बडे ईरानी मौकिब
हौज़ा / अरबईन मे पैदल चलने के समारोह के दौरान ईरान के अच्छे लोगों द्वारा अरबईन में ज़ायरीन के स्वागत और सेवा के लिए कई जुलूस और मौकिब आयोजित किए गए हैं।
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हज़रत इमाम हुसैन अ.स. के चेहलुम के अवसर पर नजफ़ से कर्बला तक अरबईन वाॅक करते हुए ज़ाएरीन
हौज़ा/हज़रत इमाम हुसैन अ.स.से मुहब्बत करने वाले युवा, महिलाएं और पुरुष इसी रास्ते पर चलते हैं और सैय्यदुश्शोहदा के त्याग, समर्पण और बलिदान को याद करते हैं, भले ही कर्बला की घटना को सदियां बीत गई हों।
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अरबईन के मौके पर पैदल चलने वालों के लिए कुरान का सही पाठ पढ़ाना
हौज़ा/हरम ए अब्बासी की ओर से पवित्र कुरान वैज्ञानिक सभा ने इराक़ के विभिन्न शहरों में हुसैनी अरबईन के मार्ग पर तीर्थयात्रियों को कुरान का सही पाठ सिखाने का क़दम उठाया है।
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इराक़ के स्वयंसेवी बल ने दाइश के ख़तरनाक षडयंत्र को विफल बना दिया
हौज़ा / इराक़ के हशदुश्शाबी ने दाइश की उस योजना को विफल बना दिया जिसमें ज़ाएरीन की हत्याएं करने की तैयारी थी।
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दिन की हदीसः
सय्यद उश-शोहदा (अ.स.) की कब्र की ज़ियारत से हासिल होने वाली सीख
हौज़ा / हज़रत इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ.) ने इमाम हुसैन की कब्र की ज़ियारत से हासिल होने वाली सीख की ओर इशारा किया है।
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इस्लामी कैलेंडर : 6 सफ़र उल-मुज़फ़्फ़र 1444 - 3 सितंबर 2022
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडर : 6 सफ़र उल-मुज़फ़्फ़र 1444 - 3 सितंबर 2022
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इस्लामी कैलेंडर: 2 सफ़र उल-मुज़फ़्फ़र 1444 - 30 अगस्त 2022
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडर: 2 सफ़र उल-मुज़फ़्फ़र 1444 - 30 अगस्त 2022
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इस्लामी कैलेंडर: 29 मुहर्रम 1444 - 27 अगस्त 2022
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडर : 29 मुहर्रम 1444 - 27 अगस्त 2022
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ज़ियारते अरबाईन की सुविधा के लिए सभी घरेलू और राजनयिक कौशल का उपयोग किया जाना चाहिए / गैर-ईरानी ज़ाएरीन का सम्मान किया जाए
हौज़ा / ईरानी राष्ट्रपति ने अरबाईन मार्च के कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक में, ज़ियारते अरबाईन की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी घरेलू और राजनयिक क्षमताओं के उपयोग पर जोर दिया और कहा: सरकारी संस्थान और अरबाईन समिति तीर्थयात्रियों की यात्रा की सुविधा की भूमिका निभाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
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दिन की हदीसः
जाएरीने इमाम हुसैन (अ.स.) का मक़ाम
हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.स.) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ.स.) के तीर्थयात्रियों के स्थान की ओर इशारा किया है।
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आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद खुरासानी:
इमाम रज़ा (अ.स.) के ज़ायर का दर्जा आइम्मा ए हुदा (अ.स.) के ज़ायरीन में सबसे ऊंचा है
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद खुरासानी ने इमाम रज़ा (अ.स.) के शुभ जन्म दिवस पर संबोधित करते हुए कहा कि इन दिनो मे कुछ ऐसा कार्य करें कि उनका मक़ाम पूरे संसार को मालूम हो जाए। जिस किसी ने भी ऐसा काम किया उसका इनाम इमाम (अ) के पास है।
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हज़रत मासूमा (स.अ.) की दरगाह इमाम ज़माना (अ.त.) के साथ संबंध का स्थान है
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के शिक्षक ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति इमामे ज़माना (अ.त.) से जुड़ना चाहता है, तो उसे हज़रत मासूमा (स.अ.) की दरगाह की सुबह से अनजान नहीं होना चाहिए। हमारी सभी समस्याएं इसी हरम के माध्यम से ही हल होंगी।
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हुज्जतुल इस्लाम हिदायत:
हज़रत फातिमा मासूमा (स.अ.) की महानता के कारकों में से एक "नुसरत-ए-इमाम" है
हौज़ा / धार्मिक विद्वान ने कहा: हज़रत फातिमा मासूम क़ुम (स.अ.) को महान बनाने वाली चीजों में से एक यह थी कि उन्होने अपने इमाम की मदद के लिए मदीना छोड़ दिया और इस महान लक्ष्य की खोज में क़ुम में शहीद हो गई। इसी तरह हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी (अ.स.) को जिस चीज़ ने महानता दी, वह यह थी कि उन्होंने अपने जीवन को इमाम और अहलेबैत (अ.स.) की रक्षा करने मे कुरबान कर दिया।
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एक पाकिस्तानी तीर्थयात्री जो किताबें समर्पित करने और दान करने का राजदूत बन गया
हौज़ा / मोहम्मद पाकिस्तानी जो खुद भी किताबे दान और समर्पित करते हैं और बहुत से पाकिस्तानियों को इमामे रज़ा (अ.स.) को अस्ताने कुद्से रिज़वी के लिए किताबें दान और समर्पित करने के लिए अपने साथ मिला रहे हैं।
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कर्बला में ६०,००० से अधिक मोमेनीन की नियाबत मे ज़ियारते अरबाईन का आयोजन
हौज़ा / हज़रत अब्बास (अ.स.) की दरगाह के मीडिया खंड के सूचना प्रौद्योगिकी और नेटवर्क प्रभाग ने सूचित किया है कि दुनिया के विभिन्न देशों से संबंधित (६०.२७१) हजार मोमेनीन की ओर से ज़ियारते अरबाईन पढ़ी गई।
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यह मज़लूमें कर्बला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद है जिसमें मनुष्य के अधिकार और धर्म की रक्षा की है। अल्लामा राजा नासिर अब्बास
हौज़ा/ किसी के अंदर इतनी ताकत नहीं है कि हम से मज़लूमें कर्बला का ग़म को छीन ले,बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिलाएं सभी हुसैनी भावना के साथ सामने आएंगे और इमाम से अपनी भक्ति और प्यार का इज़हार करेंगे। हमने जो रास्ता चुना है, वह रास्ता नवीयो का है।
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इमाम हुसैन (अ.स.) के चेहलुम की तारीख़ी हैसीयत
हौज़ा / इमाम हसन अस्करी (अ.स.) ने ज़ियारते अरबाईन को एक मोमिन की निशानीयो मे बताया है। इसे वाजिब और मुस्तहब नमाज़ो में क़रार दिया है। जैसे नमाज धर्म का स्तंभ है, वैसे ही वाक़ेआ ए कर्बला और ज़ियारते अरबाईन भी धर्म का स्तंभ है।