ज़ियारत ए आशूरा का सजदा (5)
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ज़ियारत ए आशूरा के कुछ फ़िक़रात पर चिंतनः
धार्मिकहुसैन पर अल्लाह का सलाम हो का मतलब, अल्लाह की रज़ा हुसैन (अ) की रज़ा मे है
हौज़ा / "علیک منی جمیعا سلام الله अलैका मिन्नी जमीअन सलामुल्लाह" का मतलब है—मेरे दिल और जुबान से सारे सलाम इमाम हुसैन (अ) की खिदमत मे है। यह वाक्य सबसे सच्चे प्यार और दिल से जुड़े गहरे रिश्ते…
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धार्मिकज़ियारत ए आशूरा: ईमानदारी और बलिदान का एक जीवंत संदेश
हौज़ा/ ज़ियारत ए आशूरा का वाक्यांश "وَعَلَى الأرواهِ الَّتَلَّتْ بِفِناِكَ" न केवल कर्बला के शहीदों के लिए एक अभिवादन है, बल्कि तीर्थयात्रियों के लिए एक रहस्यमय निमंत्रण भी है जो उनके मार्ग पर…
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विद्वानो के वाकेआत !
धार्मिकवादी उस सलाम में आयतुल्लाह बहजत का एक रूहानी अनुभव
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़मा बहजत रहमतुल्लाह अलैह का एक गहरा आध्यात्मिक और आरिफाना अनुभव पेश किया जा रहा है, जो उन्हें वादी-ए-सलाम की ज़ियारत के दौरान हुआ। इस वाक़ये में उन पर एक विशेष रूहानी हालत…
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ख़ूज़िस्तान में अतबात ए आलिया की पुनर्निर्माण के सरबराह:
ईरानज़ायरीन अरबईन की ख़िदमत के लिए पूरी तरह तैयार हैं / शलमचे और चज्ज़ाबे बार्डर पर 700 मोक़िब लगाए जाएंगे
हौज़ा / ख़ूज़िस्तान में अतबात-ए-आलिया के पुनर्निर्माण के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मूसीवी ने ऐलान किया है कि इस साल अरबईन-ए-हुसैनी के मौके पर सूबा ए ख़ूज़िस्तान ज़ायरीनों की सेवा के लिए पूरी…