हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,रिपोर्ट के अनुसार, ख़ूज़िस्तान में अतबात-ए-आलिया के पुनर्निर्माण के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मूसीवी ने ऐलान किया है कि इस साल अरबईन-ए-हुसैनी के मौके पर सूबा ए ख़ूज़िस्तान ज़ायरीनों की सेवा के लिए पूरी तरह तैयार है। उनके मुताबिक शलमचे और चज्ज़ाबे की सरहदों पर कुल मिलाकर 700 मोक़िब लगाए जाएंगे जो उच्च स्तर की सेवाएं प्रदान करेंगे।
उन्होंने अहवाज़ में मोक़िब संचालकों की एक अहम बैठक को संबोधित करते हुए कहा,पिछले वर्षों के अनुभव और विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर ख़ूज़िस्तान की तैयारियों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है और इस बार ज़ायरीनों की मेज़बानी के स्तर में भी सुधार आएगा।
हुज्जतुल इस्लाम मूसीवी ने महिलाओं के लिए विशेष सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा,इस साल 50 से अधिक मोक़िब केवल महिलाओं के लिए होंगे और सीमा टर्मिनलों पर महिलाओं के लिए सुरक्षित और अनुकूल वातावरण सुनिश्चित किया गया है।
उन्होंने ख़ूज़िस्तान के मौसम की स्थिति की ओर इशारा करते हुए बताया कि ठंडे पानी और बर्फ की व्यवस्था को प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है ताकि गर्मी से प्रभावित हो सकने वाले ज़ायरीनों को राहत मिल सके।
खाद्य प्रबंध के बारे में उन्होंने बताया,मोक़िबों में रोज़ाना तीन वक्त का गरम खाना उपलब्ध कराने की पूरी तैयारी की गई है।उन्होंने आगे कहा कि सीमा टर्मिनलों पर आध्यात्मिक और धार्मिक वातावरण बनाए रखने के लिए विभिन्न मनवी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें बाजमाअत नमाज़, ज़ियारत-ए-आशूरा और दुआ-ए-नुदबा की महफ़िलें शामिल होंगी।
हुज्जतुल इस्लाम मूसीवी के अनुसार,चज्ज़ाबे बॉर्डर पर 300 और शलमचे पर 400 मोक़िब तैनात होंगे, जिनमें से लगभग 85% हुसैनिया की शक्ल में स्थायी सुविधाओं से लैस होंगे और ये मोक़िब पाँच दिनों तक सीमाओं पर सेवाएं देंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि ख़ूज़िस्तान से 90 मोक़िब इराक भी भेजे जाएंगे ताकि वहाँ भी ईरानी और ग़ैर-ईरानी ज़ायरीनों की सेवा की जा सके।
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