पवित्र दरगाह (16)
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ईरानहज़रत ज़हरा का इमामत के हक़ में विरोध, बौद्धिक जागृति और ईश्वरीय अंतर्दृष्टि है: मौलाना मंज़ूर नक़वी
हौज़ाय/ मौलाना सैयद मंज़ूर अली नक़वी ने कहा कि हज़रत ज़हरा का बोलना या फ़रयाद करना केवल कोई एतिहासिक या जज़्बती वाकेआ नही बल्कि यह फ़िक्री बेदारी और इलाही बसीरत की अलामत है। बीबीؑ ने अपने उम्मत…
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धार्मिकइश्क़े खुदा मे शराबोर, अरबाईन हुसैनी 2025 का सफ़र
हौज़ा/ अपने आक़ा और मौला, सय्यद उश शोहदा इमाम हुसैन (अ) की पवित्र दरगाह पर ज़ियारत करने के बाद, मैं अल्लाह के हुज़ूर मे, मुहम्मद और आले मुहम्मद (अ) की उपस्थिति में यह प्रतिज्ञा करता/करती हूँ…
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धार्मिकक्या दुनिया में इमाम शफ़ाअत करते हैं? आयतुल्लाह गुलपाएगानी का अजीब बयान!
हौज़ा / आयतुल्लाह गुलपाएगानी एक रूहानी हालत का वर्णन करते हैं, जिसमें वे स्वयं को मंशा ए फ़ैज़ समझते थे, लेकिन इमाम काज़िम (अ) और अमीरुल मोमेनीन (अ) से मदद मांगकर उन्होंने बंदगी की हक़ीक़त और…
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हज़रत मासूमा (स) की दरगाह मे डॉ. रफ़ीईः
उलेमा और मराजा ए इकरामशिर्क के वायरस का सामना करना कोई प्रशंसा की बात नहीं है
हौज़ा / हज़रत मासूमा (स) की दरगाह मे ईरान के प्रसिद्ध खतीब डॉ. नासिर रफ़ीई ने कहा कि शिर्क के वायरस का सामना करना प्रशंसा करने जैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि शिर्क एक वायरस है जिसका सामना करने…