हौज़ा / क़ुरआन करीम की कुछ आयतें इस बात की ओर संकेत करती हैं कि कमज़ोर (मुस्तज़ऐफ़ीन) लोगों को ज़ालिम और घमण्डी लोगों पर जीत मिलेगी, और अंत में दुनिया उन्हीं योग्य और अच्छे लोगों की होगी।
हौज़ा/आज मुस्लिम उम्माह, ख़ास तौर पर उत्पीड़ित राष्ट्र के लिए, बल्कि दुनिया के सभी उत्पीड़ित लोगों के लिए दर्द और विचार का दिन है। 4 जून वह दिन है जब एक मोमिन व्यक्ति, एक मुजाहिद फ़क़ीह, एक धर्मी…