मौलाना अली हाशिम आबिदी (34)
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धार्मिकरईस मज़हब, मोअल्लिमे बशरियत का मातम
हौज़ा / रईस मज़हब मोअल्लिमे बशरियत और कुरान ए नातिक़ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) अपने जीवन के अंतिम दिनों में बेहद दुबले और कमजोर हो गए थे। एक रावी जिसे उस समय उनसे मिलने का सम्मान प्राप्त हुआ था,…
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भारतचापलूसों से होशियार!
हौज़ा / करीम खान ज़ंद ईरान के उन नेक और अच्छे बादशाहों में से एक थे जिनका आज भी नेकी और अच्छाई से तज़्केरा होता है! सत्य बात की वजह से उनको दरबार से निकाल दिया गया
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धार्मिकहज़रत अब्बास (अ) बलिदान और वफ़ा की मिसाल
हौज़ा / इतिहास में बलिदान और वफ़ा की मिसाल, हज़रत अबुल फ़जलिल अब्बास (अ) की शख्सियत सूरज की तरह साफ और रोशन है। 1400 सालों से उनके गुण और महिमा पर भाषण और लेखन के ज़रिए बहुत कुछ कहा और लिखा गया…
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भारतलोगों से बेनियाज़ी में इज़्ज़त है: मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी
हौज़ा / इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम ने फरमाया: लोगों से बेनियाज़ी में मोमिन की इज्जत है।
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भारतइख़्लास से इबादत क़ुबूल होती है: मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी
हौज़ा / मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी: इमाम मुहम्मद तकी (अ) ने जन्म के बाद कलमा ए शहादतैन जारी किया और अल्लाह का उल्लेख किया, छह महीने की उम्र में बात की और 20 महीने की उम्र में उपदेश दिया। आपने…