मंगलवार 15 अप्रैल 2025 - 17:17
चापलूसों से होशियार!

हौज़ा / करीम खान ज़ंद ईरान के उन नेक और अच्छे बादशाहों में से एक थे जिनका आज भी नेकी और अच्छाई से तज़्केरा होता है! सत्य बात की वजह से उनको दरबार से निकाल दिया गया

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,करीम खान ज़ंद ईरान के उन नेक और अच्छे बादशाहों में से एक थे जिनका आज भी नेकी और अच्छाई से तज़्केरा होता है!

जब करीम खान ज़ंद बादशाह हुए तो उन्होंने शीराज़ को अपनी राजधानी बनाया, एक दिन उनके चाचा उनसे मिलने आए तो उन्होंने हुक्म दिया कि उनका खास ख्याल रखा जाए, अच्छी तरह मेज़बानी की जाए और अच्छे कपड़े दिए जाएं!

कुछ दिन अपने बादशाह भतीजे के राज्य में ऐश व आराम से जिंदगी गुजारने के बाद उन्होंने कहा: करीम खान! रात मैं ने सपने में तुम्हारे पिता (वालिद) को देखा जो जन्नत में हौज़े कौसर के किनारे खड़े थे और अमीरुल मोमनीन इमाम अली अलैहिस्सलाम उन्हें अपने मुबारक हाथों से जामे कौसर पिला रहे थे!

यह सुनना था कि करीम खान ज़ंद ने हुक्म दिया के उन्हें दरबार से निकल जाए और उसके बाद शहर से भी निकाल दिया जाए. जब कुछ लोगों ने करीम खान ज़ंद से इसकी वजह पूछी तो उन्होंने कहा: मैं अपने वालिद को पहचानता हूं, वह इस लायक नहीं कि अमीरुल मोमनीन इमाम अली अलैहिस्सलाम के मुबारक हाथों से जामे कौसर पियें, यह आदमी खुशामद और चापलूसी से तवज्जो हासिल करना चाहता है और अगर खुशामद और चापलूसी आदत बन जाए तो बादशाह मग़रूर और घमंडी हो जाएंगे और लोगों के काम कभी ठीक नहीं हो पाएंगे!

(फारसी से तर्जुमा: सैयद अली हाशिम आब्दी)

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