हौज़ा / हज़रत ज़ैनब स.ल.सब्र और इसतिक़ामत की बुलंदी और फ़ज़ाइल का मर्कज़ रही है लेकिन अली और फातिमा स.ल.के घराने में एक ऐसी हस्ती भी है, जो अपने बाप के लिए ज़ीनत है तो अपनी मां के लिए फ़ातिमी…
हौज़ा / माहे जमादी उस सानी की बीसवीं तारीख थी सुबह की पहली किरण आगोश ए नूर में जलवा अफ़रोज़ थी। शबनम की ख़ुशबू और ओस की चमक से मदीना का मौसम बड़ा सुहाना था लैलतुल-क़द्र का नूर-ए-जली, मतला-ए-फ़ज्र…