मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी
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हज़रत इमाम ज़ैनुल आबिदीन अ.स.सज्दे करने वालों के सरदार हैं।मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी
हौज़ा / बाराबंकी, भारत में इमाम ज़ैनुल आबिदीन अलैहिस्सलाम के मुबारक विलादत के मौके पर ग़ुलाम असकरी हॉल में एक जश्न-ए-मसर्रत का आयोजन किया गया।
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ग़दीर चिराग़ है और कर्बला फ़ानूस:हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी
हौज़ा / शाही आसिफ़ी मस्जिद में 5 जुलाई 2024 को नमाज़े जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुसलमीन मौलाना सैय्यद रज़ा हैदर ज़ैदी, प्रिंसिपल हौज़ा ए इल्मिया हज़रत ग़ुफ़रानमाब लखनऊ की इमामत में अदा की गई इमाम ए जुमआ मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी ने नमाज़े जुमा के पहले ख़ुत्बे में ख़ुद और नमाज़ियों को तक़वा ए इलाही की नसीहत करते हुए फ़रमाया: "ख़ुदा से दुआ करें कि वह हमें तौफ़ीक़ दे कि उसका खौफ़ हमेशा हमारे दिलों में बाक़ी रहे।
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इमाम अली अलैहिस्सलाम सिरातुल्लाह, सबीलुल्लाह। मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी
हौज़ा / 14 जून 2024, शुक्रवार को शाही आसफी़ मस्जिद में जुमा की नमाज़ हुज्जत-उल-इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी, प्रिंसिपल हौज़ा-ए- इल्मिया हज़रत गुफ़रानमाब लखनऊ की इमामत में अदा की गई, मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी ने नमाज़े जुमा के पहले ख़ुत्बे में नमाज़ियों को तक़वा-ए- इलाही की नसीहत करते हुए फरमाया: हमेशा हमारे ज़ेहन में रहना चाहिए कि कोई क़ुदरत, कोई ताक़त हमें देख रही है और हमें एक दिन अल्लाह के सामने अपने आमाल का हिसाब देना होगा।