रमजान का स्वागत
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माहें रमज़ानुल मुबारक के बीसवें (20)दिन की दुआ
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने रमज़ानुल मुबारक के बीसवें दिन की दुआ यह बयान फ़रमाई हैं:
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रमज़ानुल मुबारक के चौथे दिन की दुआ
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने रमज़ानुल मुबारक के दुसरे दिन की दुआ यह बयान फ़रमाई हैं:
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
अल्लाह तआला के मेहमान
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,रमज़ान के महीने में बहुत सारी फज़ीलते हैं, इस महीने में सबसे महत्वपूर्ण यह हैं यह अल्लाह तआला का महीना है फज़ीलतओं का महीना हैं बरकतों का महीना हैं।
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सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और शापित व्यक्ति वह है जो रमजान के महीने को पाए और अपने पापों को..., आगा सैयद हसन मूसवी अलसफवी
हौज़ा / रमजान के महीने को पाने वाले व्यक्ति और अपने पापों को क्षमा नहीं करवा पाने वाले से अधिक कोई दुर्भाग्यपूर्ण नहीं है, इसलिए हर मुसलमान को पवित्र महीने के रहमतो और सआदतो से लाभ उठाने का हर संभव प्रयास करना चाहिए।
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रमज़ान के मुबारक महीने के स्वागत और इमाम असर (अ.त.फ.श.) के शुभ जन्म दिन पर उलेमा ख़ुतबा परिषद हैदराबाद डेक्कन की बैठक
हौजा/ उलेमा ख़ुतबा परिषद हैदराबाद डेक्कन की नींव का मुख्य कारण मराज-एज़ाम और विद्वानों का सम्मान करना है। "परिषद" मराज-ए एज़ाम और विद्वानों के अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी और कठोर प्रतिक्रिया देगी। और अगर किसी का अपमान किया जाता है, तो परिषद उसके सभी सदस्यों और विद्वानों के साथ, अपनी आवाज उठाकर जवाब देंगे।