शनिवार 1 मार्च 2025 - 09:26
रमज़ान के मुक़द्दस महीने में माद्दी ग़िज़ा के मुक़ाबले रूहानी ग़िज़ा पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिएः डॉ. शाहवर हुसैन नक़वी

हौज़ा / यह महीना आत्म-सुधार और इखलास का महीना है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस रूहानी महीने में लोग रूहानी ग़िज़ा की तुलना में माद्दी ग़िज़ा पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं। इस महीने मे रूहानीयत और आशीर्वाद की खोज होनी चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी, अमरोहा की एक रिपोर्ट के अनुसार/ इस्तिक़बाले माहे रमज़ान शीर्षक के तहत इमामिया मस्जिद में बोलते हुए, शोधकर्ता डॉ शाहवर हुसैन नक़वी ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना वह महान महीना है जो अल्लाह तआला की ओर से अपने बंदों के लिए आतिथ्य का निमंत्रण लाता है। मनुष्य के लिए इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है कि सृष्टिकर्ता अपने हक़ीक़ी बंदो को अपना मेहमान बना रहा है? शायद ही कोई बूंदा होगा जो इस आमंत्रण को अस्वीकार करेगा।

उन्होंने कहा कि यह महीना आत्मशुद्धि और इख़लास का महीना है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस रूहानी महीने में लोग रूहानी ग़िज़ा की तुलना में माद्दी ग़िज़ा पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं। इस महीने मे आध्यात्मिकता और आशीर्वाद की खोज होनी चाहिए।

इस महीने की बरकतों से वही लोग लाभ उठा सकते हैं जिनकी आम ज़िन्दगी इस महीने की ज़िन्दगी से अलग है। क्योंकि इस महीने के दिन बाकी सभी दिनों से बेहतर हैं और रातें बाकी सभी रातों से बेहतर हैं। इसलिए हमें इस महीने में अपने जीवन में ऐसी क्रांति लानी चाहिए कि हमें स्वयं यह महसूस होने लगे कि इस मुबारक और पवित्र महीने से हमें लाभ मिला है।

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