हौज़ा / इल्म-ए- कलाम के मुताबिक चूंकि अल्लाह शरीर नहीं रखता इसलिए आंखों से नहीं देखा जा सकता, और कुरआन भी इसी की ताईद करता है। हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम की तरफ से अल्लाह को देखने की दरख्वास्त कलामी…
हौज़ा / हजरत मासूमा (स) की दरगाह पर बोलते हुए हुज्जतुल इस्लाम सय्यद हुसैन मोमिनी ने कहा कि जवानी खुदा को जानने का सबसे अच्छा मौका है। शैतान की चाल है कि वह इंसान को खुदा की नेमतों को भुला दे।…
हौज़ा / बंदर अब्बास मे महिला धार्मिक मदरसे की शिक्षक ने कहा: दुआ स्वार्थ से आध्यात्मिकता तक का एक सेतु है; दुआ न केवल जीभ को बल्कि हृदय को भी वश में करती है। इस मान्यता में स्वार्थ पिघल जाता…